ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट को शर्मसार करने वाले पूर्व खिलाड़ी माइकल स्लेटर को घरेलू हिंसा के मामले में दोषी पाए जाने के बाद उनसे हॉल ऑफ फेम का दर्जा छीन लिया गया है. स्लेटर को उनके अपराधों के लिए चार साल की सजा भी सुनाई गई थी.
बता दें कि बीते कुछ सालों में कई घरेलू हिंसा के मामलों स्लेटर का नाम आया. साल 2016 से न्यू साउथ वेल्स में पांच महिलाओं ने अलग-अलग मामलों में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. सिडनी कोर्ट ने 2022 में उन्हें दो साल की कम्युनिटी करेक्शन्स ऑर्डर की सजा सुनाई थी. स्लेटर पर आरोप था कि उन्होंने महिलाओं का पीछा करने समेत उन हमला किया, जिसे स्लेटर ने कोर्ट में स्वीकार भी किया था.
घरेलू हिंसा के 7 मामले में स्लेटर दोषी
इसी साल के शुरुआत में माइकल स्लेटर को घरेलू हिंसा से जुड़े सात अलग-अलग मामलों में दोषी ठहराया गया था, जिसमें एक महिला का गला घोटने के दो मामले थे. इसके अलावा उन पर सेंधमारी और पीछा करने मामले पर भी केस दर्ज हुआ था.
इन आपराधिक मामलों में स्लेटर को चार साल की सजा भी सुनाई गई थी. हालांकि, उनके सजा के कुछ हिस्से को कम कर दिया था. साल 2024 में उन्होंने जमानत की अर्जी दी थी, लेकिन वह खारिज हो गया था. इसके कारण स्लेटर करीब 1 साल तक हिरासत में रहे थे, जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया.
कैसा रहा है स्लेटर का करियर
बता दें कि माइकल स्लेटर ऑस्ट्रेलिया के लिए 1993 से 2001 तक इंटरनेशनल क्रिकेटर खेले. स्लेटर अपने करियर में 74 टेस्ट और 42 वनडे मैचों में मैदान पर उतरे, जिसमें उन्होंने 14 शतक और 21 अर्द्धशतकों सहित 5000 से अधिक रन बनाए. स्लेटर ने साल 2004 में संन्यास का ऐलान किया था. संन्यास के बाद उन्होंने लंबे समय तक कमेंट्री भी की.
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अक्टूबर 2025 से नेटवर्क 18 समूह में चीफ सब एडिटर के पद पर कार्यरत. पत्रकारिता में 9 साल का अनुभव. एबीपी न्यूज डिजिटल में स्पोर्ट्स बीट से करियर की शुरुआत। इंडिया टीवी और नवभारत टाइम्स ग्रुप जैसे प्रतिष्ठित संस्…और पढ़ें


