
टेक्नोलॉजी की दुनिया 2025 में एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है, लेकिन यह बदलाव सिर्फ तकनीकी नहीं, मानवीय भी है. इस साल की पहली छमाही में ही 62,000 से ज्यादा लोगों की नौकरियां जा चुकी हैं और बड़ी कंपनियों की छंटनी का सिलसिला अभी थमा नहीं है.
AI की दौड़ में इंसानी नौकरियां पीछे छूट रहीं
AI और ऑटोमेशन के बढ़ते प्रभाव के बीच कंपनियां अपनी लागत घटाने और ऑपरेशनल एफिशिएंसी बढ़ाने के नाम पर हज़ारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रही हैं. वहीं दूसरी तरफ, यही कंपनियां AI में अरबों डॉलर का निवेश भी कर रही हैं. यानी टेक्नोलॉजी आगे बढ़ रही है, लेकिन इंसान पीछे छूट रहा है.
Intel की ऐतिहासिक छंटनी
Intel ने अब तक की अपनी सबसे बड़ी छंटनी की घोषणा की है. कंपनी 21,700 से ज्यादा कर्मचारियों को हटाने जा रही है, जो उसके कुल वर्कफोर्स का लगभग 20 फीसदी है. इसके अलावा, Intel Foundry डिवीजन से भी जुलाई से शुरू होने वाली छंटनी में 15–20 फीसदी स्टाफ को निकाला जाएगा. ये कटौती एक नए CEO के नेतृत्व में कंपनी के पुनर्गठन का हिस्सा है.
Panasonic की 10,000 नौकरियों पर कैंची
जापानी इलेक्ट्रॉनिक्स दिग्गज Panasonic ने 10,000 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है, जिसमें 5,000 जापान में और 5,000 बाकी दुनिया में होंगे. कंपनी ने टीवी और इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट्स जैसे धीमे चलते सेक्टरों से हटकर AI जैसे नए क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है.
Microsoft और Meta की टार्गेटेड छंटनियां
Microsoft ने मई में 6,500 कर्मचारियों को निकाला और आगे और भी राउंड्स आने की आशंका है. सॉफ्टवेयर इंजीनियर, मार्केटिंग, लीगल से लेकर मिड-मैनेजमेंट तक सभी स्तरों पर असर पड़ा है.
Meta ने भी करीब 3,600 लोगों को निकाला, जिनमें खास तौर पर ‘लो परफॉर्मर्स’ को टार्गेट किया गया. Facebook, Horizon VR और Reality Labs जैसी टीमों पर इसका सबसे अधिक असर हुआ.
HP, Google और Amazon भी पीछे नहीं
HP ने 2,000 कर्मचारियों की कटौती की है. वहीं Google ने Android, Chrome, Pixel और क्लाउड डिवीज़न में सैकड़ों कर्मचारियों को बाहर किया है. Amazon ने Alexa, Echo और Zoox जैसे प्रोजेक्ट्स से जुड़े 100 से ज्यादा लोगों को निकाला है.
ब्लू ओरिजिन, Salesforce और Workday की रणनीतिक छंटनियां
Blue Origin, Jeff Bezos की स्पेस कंपनी, ने अपने 10 फीसदी स्टाफ यानी 1,000 से ज्यादा लोगों को नौकरी से निकाला है. Salesforce, जो कि आर्थिक रूप से मजबूत है, उसने भी 1,000 से ज्यादा लोगों को हटाया, लेकिन खास बात ये है कि कंपनी अब AI-फोकस्ड हायरिंग कर रही है. Workday ने भी AI के फोकस में आकर 1,750 कर्मचारियों को हटाया है, जो उसकी कुल वर्कफोर्स का 8.5 फीसदी है.
ऑटो और रिटेल सेक्टर में भी असर
Nissan ने 2027 तक 20,000 नौकरियां खत्म करने की योजना बनाई है. चीन में घटती बिक्री और अमेरिकी टैरिफ इसका मुख्य कारण हैं. Starbucks ने भी अपने कॉर्पोरेट स्टाफ में से 1,100 लोगों को नौकरी से निकाला है, ताकि कंपनी ज्यादा फुर्ती से और कम खर्च में काम कर सके.
छोटे और मिड-साइज बिजनेस में भी हलचल
Block (Jack Dorsey की कंपनी) ने लगभग 1,000 कर्मचारियों को हटाया. Cruise, General Motors की सेल्फ-ड्राइविंग यूनिट, ने तो अपना आधा स्टाफ खत्म करते हुए पूरी यूनिट को GM के अधीन कर दिया. Match Group (Tinder, Hinge) ने अपने स्टाफ का 13 फीसदी और Automattic (WordPress, Tumblr) ने 16 फीसदी हिस्सा घटा दिया.
क्या आने वाला है अगला AI युग?
यह छंटनी सिर्फ मंदी या बिजनेस लॉस की कहानी नहीं है. यह AI युग के आगमन की दस्तक भी है. कंपनियां जहां एक ओर पारंपरिक भूमिकाओं को खत्म कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर AI-आधारित स्किल्स वाले लोगों की मांग तेजी से बढ़ रही है.
इंसानी पूंजी बनाम मशीन की दौड़
2025 में टेक्नोलॉजी की दुनिया का चेहरा तेज़ी से बदल रहा है. जहां AI नए अवसर पैदा कर रहा है, वहीं वह हज़ारों लोगों की आजीविका का संकट भी बना है. अब सवाल यह है कि क्या कंपनियों की ये रणनीति उन्हें लंबे समय तक टिकने में मदद करेगी या यह इंसानी पूंजी का नुकसान उन्हें आगे चलकर भारी पड़ेगा?
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