
10 से पुरानी डीजल और 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियों को सरकार ने स्क्रैप करने की पॉलिसी बनाई है. इसकी शुरुआत 2021 में हुई थी. अब तक 2.45 लाख वाहन स्क्रैप हो चुके हैं. यदि आपका वाहन भी पुराना है तो आपको भी उसे स्…और पढ़ें

- 10 साल पुरानी डीजल और 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियां हो रही स्क्रैप.
- पुराने वाहनों को स्क्रैप कर उनके मालिकों को कई तरह के फायदे दिए जा रहे हैं.
- केंद्र सरकार ने 13 अगस्त 2021 को व्हीकल स्क्रैपिंग पॉलिसी की शुरुआत की थी.
देशभर में अब 10 साल पुरानी डीजल और 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियों को जबरदस्त रफ्तार से स्क्रैप किया जा रहा है. केंद्र सरकार की वाहन स्क्रैपिंग नीति अब तेजी से लागू हो रही है और इसका असर हर राज्य में साफ दिखने लगा है. सरकार का साफ कहना है कि ऐसी पुरानी गाड़ियां जो अधिक प्रदूषण फैलाती हैं और सड़क सुरक्षा के लिए खतरा बन चुकी हैं उन्हें अब सड़कों पर नहीं रहने दिया जाएगा. नीति के तहत पुराने वाहनों को स्क्रैप कर उनके मालिकों को कई तरह के फायदे दिए जा रहे हैं.
क्या है स्क्रैपिंग नीति?
स्क्रैपिंग का पूरा प्रोसेस कैसे होता है?
रजिस्ट्रेशन और अपॉइंटमेंट : वाहन मालिक Vahan या Vscrap पोर्टल पर ऑनलाइन अपॉइंटमेंट लेते हैं. गाड़ी को स्क्रैपिंग सेंटर (RVSF) पर लाया जाता है, जहां उसकी पहचान और वैधता की जांच होती है. जिसके बाद टायर, बैटरी, शीशे, इंजन जैसे पार्ट्स को मशीनों से अलग किया जाता है. गाड़ी के ढांचे को भारी मशीनों से दबाकर मेटल स्क्रैप में बदला जाता है. फिर वाहन मालिक को Certificate of Deposit (CD) दिया जाता है जिससे कई फायदे मिलते हैं.
क्या फायदे मिलते हैं गाड़ी स्क्रैप करने पर?
जो गाड़ियां स्क्रैप नहीं होंगी, उनके लिए क्या सख्ती?
स्क्रैपिंग से पर्यावरण और उद्योग को क्या फायदा?
रवि सिंह News 18 India में कार्यरत हैं. पिछले 20 वर्षों से इलेक्ट्रानिक मीडिया में सक्रिय हैं. उनकी मुख्य रूप से रेलवे,स्वास्थ्य,शिक्षा मंत्रालय,VHP और राजनीतिक गतिविधियों पर पकड़ है. अयोध्या में मंदिर की कवरेज…और पढ़ें
रवि सिंह News 18 India में कार्यरत हैं. पिछले 20 वर्षों से इलेक्ट्रानिक मीडिया में सक्रिय हैं. उनकी मुख्य रूप से रेलवे,स्वास्थ्य,शिक्षा मंत्रालय,VHP और राजनीतिक गतिविधियों पर पकड़ है. अयोध्या में मंदिर की कवरेज… और पढ़ें
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