
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया था कि स्विस बैंकों में भारतीयों का जमा धन तीन गुना बढ़ गया है. अब इस पर सरकार ने कहा है कि हर विदेशी खाते पर उसकी कड़ी नजर है. टैक्स चोरी और अघोषित विदेशी संपत्ति को रोकने के …और पढ़ें

स्विट्जरलैंड से 2019 से मिल रही है जानकारी
स्विट्जरलैंड साल 2018 से हर साल ऑटोमैटिक एक्सचेंज ऑफ इंफॉर्मेशन (AEOI) फ्रेमवर्क के तहत भारत को भारतीय नागरिकों के अकाउंट्स और फाइनेंशियल इंफॉर्मेशन की डिटेल भेज रहा है. पहली बार यह डेटा भारत को सितंबर 2019 में मिला था और तब से हर साल यह सिलसिला जारी है. इसमें ऐसे खातों की जानकारी भी मिलती है जिनमें टैक्स गड़बड़ी की आशंका होती है.
क्या कर रहा है CBDT ?
सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज(CBDT) इस डेटा की जांच करता है. जिन टैक्सपेयर्स की जानकारी संदेहास्पद लगती है, उनके खिलाफ अलग-अलग स्तर पर जांच होती है. असेसमेंट ईयर 2024-25 के लिए सीबीडीटी ने उन टैक्सपेयर्स के आईटीआरफॉर्म की जांच की जिनके फॉरेन अकाउंट्स की जानकारी स्विट्जरलैंड समेत दूसरे देशों से मिली थी. जिन लोगों ने अपनी फॉरेन एसेट या इनकम की जानकारी आईटीआर में नहीं दी, उन्हें एसएमएस और ईमेल भेजे गए. इस पहल के बाद, 24,678 टैक्सपेयर्स ने अपने आईटीआर रिव्यू किए और 5,483 टैक्सपेयर्स ने देरी से रिटर्न दाखिल किया. इनमें से लोगों ने 29,208 करोड़ रुपये की विदेशी संपत्ति और 1,089.88 करोड़ रुपये की एडिशनल इनकम घोषित की. सीबीडीटी ने कहा है कि लगातार नियमों का पालन नहीं करने के मामलों में मौजूदा कानून के अनुसार कार्रवाई की जा रही है.
प्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत करने के बाद पिछले 5 वर्षों से News18Hindi में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर कार्यरत हैं. लगभग 2 वर्षों से बिजनेस न्यूज टीम का हिस्सा हैं. पत्रकारिता में करीब एक दशक का अनुभव रखते हैं. …और पढ़ें
प्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत करने के बाद पिछले 5 वर्षों से News18Hindi में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर कार्यरत हैं. लगभग 2 वर्षों से बिजनेस न्यूज टीम का हिस्सा हैं. पत्रकारिता में करीब एक दशक का अनुभव रखते हैं. … और पढ़ें
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