
एक ओर पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है और विदेशी कर्ज के लिए दुनिया भर में मदद की गुहार लगा रहा है, वहीं दूसरी ओर उसके नेताओं की सैलरी में भारी इजाफा कर दिया गया है.

हाइलाइट्स
- पाकिस्तान में नेताओं की सैलरी 500% बढ़ाई गई.
- जनता आर्थिक संकट से जूझ रही, नेता मालामाल हो रहे.
- मार्च में भी नेताओं की सैलरी बढ़ाई गई थी
नई दिल्ली. कर्ज में डूबे और महंगाई की मार झेल रहे पाकिस्तान पैसे के लिए आईएमएफ (IMF) और सहयोगी देशों के सामने हाथ फैला रहा है. वहीं सरकार नेताओं की तिजोरी भरने का काम कर रही है. दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार ने एक और चौंकाने वाला फैसला लिया है. लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नेशनल असेंबली के स्पीकर अयाज सादिक और सीनेट चेयरमैन यूसुफ रजा गिलानी की सैलरी 500 फीसदी बढ़ा दी गई है.
मार्च में बढ़ी थी नेताओं की सैलरी
पिछले कुछ महीनों में शरीफ सरकार ने मंत्रियों, सलाहकारों, सांसदों और अब स्पीकर और चेयरमैन के वेतन में भारी बढ़ोतरी की है. मार्च में कैबिनेट मंत्रियों, राज्य मंत्रियों और सलाहकारों के वेतन में 188 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी. वहीं, सांसदों और सीनेटरों के लिए 5.19 लाख रुपए मंथली वेतन मंजूर किया गया था.
शरीफ सरकार की आलोचना करते हुए इस्लामाबाद के एक स्थानीय निवासी ने कहा, “पहले तो ये लोग कमर कसने और सादगी की बात करते हैं, फिर खुद ही कैबिनेट मंत्रियों की संख्या बढ़ाते हैं और उनका वेतन भी आसमान पर पहुंचा देते हैं. आम जनता पर टैक्स का बोझ और खुद पर ऐश, ये तो हद है!”
कर्ज मांगता मुल्क, अमीर बनते नेता!
बता दें कि शरीफ सरकार ने जब सत्ता संभाली थी, तब कैबिनेट में केवल 21 सदस्य थे, जिसे बढ़ाकर अब 51 सदस्यों तक कर दिया गया है. देश की बिगड़ती आर्थिक स्थिति के बीच यह वेतन बढ़ोतरी आम जनता के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसी लग रही है. आलोचकों का कहना है कि अगर यही ‘आर्थिक सुधार’ का रास्ता है, तो पाकिस्तान को मुश्किलों से उबरने में लंबा वक्त लग सकता है.
प्रिंट मीडिया से करियर की शुरुआत करने के बाद पिछले 5 वर्षों से News18Hindi में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर कार्यरत हैं. लगभग 2 वर्षों से बिजनेस न्यूज टीम का हिस्सा हैं. पत्रकारिता में करीब एक दशक का अनुभव रखते हैं. …और पढ़ें
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