
भारत ने तेल आपूर्ति के स्रोतों में विविधता लाकर पश्चिम एशिया के तनाव के बावजूद पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर रखी हैं. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.

हाइलाइट्स
- भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर रहेंगी.
- भारत ने तेल आपूर्ति के स्रोतों में विविधता लाई है.
- केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.
नई दिल्ली. पश्चिम एशिया में ईरान और इज़रायल के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर दुनियाभर में ऊर्जा आपूर्ति को लेकर चिंता बढ़ गई है, लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि यहां पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर रहेंगी और देश में किसी तरह का संकट नहीं आने वाला. सरकार के शीर्ष सूत्रों और मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है कि भले ही मिडल ईस्ट में हालात तनावपूर्ण हैं, लेकिन भारत में तेल सप्लाई पर इसका कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा.
क्यों नहीं है भारत को चिंता?
भारत की प्रतिदिन खपत लगभग 5.5 मिलियन बैरल है, जिसमें से सिर्फ 1.5-2 मिलियन बैरल की सप्लाई स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़ (Strait of Hormuz) के जरिए होती है. यही वो समुद्री रास्ता है जिस पर ईरान और इज़रायल तनाव का असर पड़ सकता है. लेकिन अधिकारियों का कहना है कि अगर यह रास्ता अस्थायी रूप से बाधित भी होता है, तब भी अन्य देशों और मार्गों से सप्लाई सुनिश्चित की जा सकती है.
भंडार भी है मजबूत
नतीजा क्या निकला?
साफ है कि भारत सरकार ने ईंधन सुरक्षा को लेकर बीते वर्षों में कई मजबूत कदम उठाए हैं, जिसका नतीजा यह है कि अंतरराष्ट्रीय संकट के बावजूद भारत में सप्लाई, कीमतें और उपलब्धता – तीनों स्थिर बनी हुई हैं. फिलहाल आम उपभोक्ताओं को डरने की जरूरत नहीं है.
जय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ें
जय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे… और पढ़ें
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