
केदारनाथ हेली टिकट बुकिंग 31 मई तक फुल | Image:
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8 अप्रैल को जैसे ही IRCTC ने केदारनाथ धाम के लिए 31 मई तक की हेली सेवा की ऑनलाइन बुकिंग खोली, हजारों श्रद्धालुओं ने वेबसाइट पर धावा बोल दिया। दोपहर 12 बजे से शुरू हुई बुकिंग शाम तक पूरी तरह भर गई। IRCTC की वेबसाइट पर 7650 टिकटों की बुकिंग हुई। जिसमें यात्रियों की संख्या 23,150 है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि चारधाम यात्रा को लेकर लोगों में खासा उत्साह है।

वेबसाइट पर भारी ट्रैफिक, हैंग… और फिर BOOKED
IRCTC के मुताबिक, बुकिंग विंडो खुलते ही वेबसाइट पर भारी ट्रैफिक देखने को मिला। चंद घंटों में 31 मई तक के सभी टिकट बुक हो गए। वहीं, कई श्रद्धालुओं ने सोशल मीडिया पर शिकायत भी की कि वे टिकट नहीं बुक कर पाए, वेबसाइट हैंग हो गई या सीट ‘बुक्ड’ दिखाई देने लगी। केदारनाथ यात्रा में श्रद्धा जितनी बड़ी है, सुविधाओं की चुनौती भी उतनी ही गंभीर है। हर साल हेली सेवा पर निर्भर रहने वाले बुजुर्ग, बीमार और दूर-दराज के लोग अब निराशा में हैं।


यात्री मायूस, अगली तारीख का इंतजार
जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे ने बताया कि IRCT की अधिकारिक वेबसाइट पर केदारनाथ हेली टिकटों की बुकिंग की जा रही है। 31 मई तक की सभी टिकट फुल हो चुकी हैं। आगे की यात्रा के लिए हेली टिकट बुकिंग की दोबारा से तारीख तय की जाएगी।
Kedarnath Road Trip देगी नया अहसास
प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक केदारनाथ धाम में भगवान शिव लिंग रूप में विराजमान हैं। मंदिर के भीतर एक नुकीली सी चट्टान की पूजा भगवान शिव के रूप में की जाती है। बता दें चारधाम यात्रा में आने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होता है। अगर आप भी केदारनाथ यात्रा पर जाना चाहते हैं तो रूट प्लान, खर्च, यात्रा में लगने वाला समय और यात्रा की पूरी डिटेल यहां जान सकते हैं। आपके मन में भी बाबा केदार के दर्शन की चाह है तो हम आपको बताते हैं 5 से 6 दिन की Kedarnath Road Trip जो आपको उत्साह से भर देगी।
कितने दिन की केदारनाथ रोड ट्रिप
केदारनाथ रोड ट्रिप पर जाने के लिए आपको 5 से 6 दिन का समय लग सकता है। वहीं अगर मौसम अनुकूल न हो तो दिन ज्यादा भी लग सकते हैं।
पहले दिन दिल्ली से हरिद्धार पहुंचें। दिल्ली से हरिद्वार की दूरी 242 किमी है। यहां आप एक दिन रुक कर गंगा आरती के लिए शाम को हर की पैड़ी पर जा सकते हैं।
दूसरे दिन हरिद्वार से रुद्रप्रयाग पहुंचें। हरिद्वार से रुद्रप्रयाग की दूरी 165 किमी है। सुबह सीधे जोशीमठ के लिए निकलें। यहां रास्ते में होटल में ठहर कर प्रकृति के बीच समय बिता सकते हैं।
रुद्रप्रयाग से केदारनाथ की दूरी 75 किमी है। तीसरे दिन यहां के लिए चलें। यहां से गौरीकुंड के 14 किमी ट्रैक के लिए पैदल, डांडी कांडी और डोली से निकल सकते हैं। केदारनाथ पहुंच कर आप शाम की आरती में भाग ले सकते हैं।
चौथे दिन सुबह भगवान केदारनाथ के दर्शन करें और फिर गौरीकुंड के लिए निकलें। यहां नाइट स्टे करें।
5वें दिन रुद्रप्रयाग से हरिद्वार के लिए निकलें और रात को यहीं विश्राम करें।
6वें दिन हरिद्वार के स्थानीय स्थलों की यात्रा कर दिल्ली के रवाना हो सकते हैं।
दिल्ली से केदारनाथ के लिए रोड मैप
दिल्ली- हरिद्वार – ऋषिकेश- देवप्रयाग – श्रीनगर – रुद्रप्रयाग – गौरीकुंड (तिलवाड़ा-अगस्तमुनि-चंद्रपुरी-कुंड-गुप्तकाशी- फाटा-सीतापुर-सोनप्रयाग के माध्यम से) – केदारनाथ (ट्रैक द्वारा) 14 किमी
केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर की बुकिंग
अगर आप के पास ज्यादा समय नहीं है और गौरीकुंड से केदारनाथ की 14 किमी की पैदल चढ़ाई में सक्षम नहीं हैं तो हेली सेवा के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर हेली सेवा टिकटों की बुकिंग की जा रही है।
केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए खर्च
- ट्रेन या बस से दिल्ली से देहरादून का टिकट 300 से 1000 रुपये
- देहरादून से गौरीकुंड की बस का टिकट 300 से 500 रुपये
- दिल्ली से गौरीकुंड से सीधे भी बस का टिकट 500 से 1000 रुपये
- हेली सेवा ले रहे हैं तो सिरसी से प्रति व्यक्ति 5498 रुपये राउंड ट्रिप
- फाटा से केदारनाथ धाम का हेली टिकट 5500 रुपये
- गुप्तकाशी से 7740 रुपये का हेली टिकट
- आप हेलीकॉप्टर की बजाए गौरीकुंड से केदारनाथ के लिए पालकी या घोड़े भी बुक कर सकते हैं।
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