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इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने खिलाफ चल रहे भ्रष्टाचार के मामलों में राष्ट्रपति इसाक हर्जोग से औपचारिक माफी मांगी है। राष्ट्रपति कार्यालय के मुताबिक नेतन्याहू के वकील अमित हादद ने 111 पन्नों का आवेदन जमा कराया।
वकील हादद ने लिखा कि अगर यह माफी मिल जाती है तो प्रधानमंत्री नेतन्याहू पूरी ऊर्जा देश के अहम मुद्दों पर लगा सकेंगे। इजराइल में राष्ट्रपति को अधिकार है कि वे अदालत से दोषी ठहराए गए लोगों को माफी दे सकते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भी हर्जोग को पत्र लिखकर नेतन्याहू के पक्ष में माफी की अपील की है। इससे पहले ट्रम्प कह चुके हैं कि अगर नेतन्याहू को सजा हुई तो हम ये बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा था कि नेतन्याहू को इस मामले से मुक्त किया जाना चाहिए, उनके पास और भी बड़े काम हैं।”

इजराइली कानून के मुताबिक, जब तक सुप्रीम कोर्ट नेतन्याहू को दोषी नहीं ठहराता, उन्हें प्रधानमंत्री पद छोड़ने की जरूरत नहीं है।
नेतन्याहू खिलाफ तीन अलग-अलग मामले दर्ज
नेतन्याहू के खिलाफ यह मुकदमा मई 2020 में शुरू हुआ था। उन पर इजराइल में धोखाधड़ी, विश्वासघात और रिश्वत लेने के तीन अलग-अलग मामलों में मुकदमा चल रहा है।
1. केस 1000 (गिफ्ट केस): नेतन्याहू पर हॉलीवुड प्रोड्यूसर अर्नोन मिलचन और ऑस्ट्रेलियाई अरबपति जेम्स पैकर से महंगे गिफ्ट लेने के आरोप हैं।
इनमें 2 लाख डॉलर की कीमत के सिगार, शैम्पेन, ज्वेलरी आदि शामिल हैं। आरोप है कि इसके बदले नेतन्याहू ने उन्हें राजनीतिक लाभ दिया।
2. केस 2000 (मीडिया डील केस): नेतन्याहू पर आरोप है कि उन्होंने येडियोट अहरोनोत अखबार के पब्लिशर से अपने लिए पॉजिटिव कवरेज की डील की। इसके बदले उन्होंने प्रतिद्वंदी अखबार इजराइल हायोम को कमजोर करने वाला कानून पास करने की शर्त मंजूर की।
3. केस 4000 (बीजेक टेलिकॉम केस): इस केस में नेतन्याहू पर आरोप है कि उन्होंने बीजेक नाम की टेलिकॉम कंपनी को लाभ पहुंचाया और इसके बदले मालिक शाउल एलोविच के न्यूज पोर्टल वल्ला पर अपने पक्ष में खबरें छपवाईं।
नेतन्याहू ने इन सभी आरोपों को झूठा और राजनीति से प्रेरित बताया है। फिलहाल इस मामले में कम से कम 2026 तक फैसला आने की उम्मीद नहीं है। इसके बाद नेतन्याहू सुप्रीम कोर्ट में भी अपील कर कर सकते हैं।


