
इजराइल की सेना ने बृहस्पतिवार को लोगों से ईरान के अराक भारी जल रिएक्टर के आस-पास के क्षेत्र को खाली करने को कहा।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर यह चेतावनी जारी की गई।
इस बीच, अमेरिका स्थित एक मानवाधिकार समूह ने बृहस्पतिवार को बताया कि ईरान पर इजराइली हमलों में कम से कम 639 लोग मारे गए हैं और 1,329 अन्य लोग घायल हुए हैं।
इजराइल की सेना ने अराक रिएक्टर को खाली करने की सोशल मीडिया के जरिए चेतावनी देते हुए उपग्रह से ली गई तस्वीर साझा की जिसमें रिएक्टर को लाल घेरे में दर्शाया गया।
अराक स्थित भारी जल रिएक्टर तेहरान से 250 किलोमीटर (155 मील) दक्षिण-पश्चिम में है।
परमाणु रिएक्टर को ठंडा करने के लिए भारी जल रिएक्टर का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन यह प्लूटोनियम भी बनाता है जिसका संभावित रूप से परमाणु हथियारों में उपयोग किया जा सकता है।
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी इजराइल से ईरान के परमाणु केंद्रों पर हमला न करने का आग्रह कर रही है। ऐसा बताया जाता है कि एजेंसी के निरीक्षकों ने 14 मई को आखिरी बार अराक का दौरा किया था।
इस बीच, वाशिंगटन स्थित समूह ‘ह्यूमन राइट्स एक्टिविस्ट्स’ ने बताया कि इजराइली हमलों में ईरान में अब तक कम से कम 639 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,329 अन्य लोग घायल हुए हैं।
समूह ने बताया कि मरने वालों में 263 आम नागरिक और 154 सुरक्षा बल के जवान हैं।
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