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इजराइली रक्षा मंत्री ने एक इंटरव्यू में ईरान के साथ जंग पर बात की। अमेरिकी रक्षा सचिव हेगसेथ ने पेंटागन में मीडिया को संबोधित किया।
इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने गुरुवार को कहा कि इजराइल ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई को खत्म करना चाहता था। काट्ज ने चैनल 13 के साथ एक इंटरव्यू में कहा, ‘अगर खामेनेई हमारी पहुंच में होते, तो हम उन्हें मार गिराते।’
काट्ज ने कहा, ‘इजराइल खामेनेई को खत्म करना चाहता था, लेकिन ऐसा करने का कोई मौका नहीं था।’ काट्ज से जब पूछा गया कि क्या इजराइल ने अमेरिका से इसकी इजाजत मांगी थी, उन्होंने जवाब दिया, ‘हमें इन चीजों के लिए किसी की इजाजत की जरूरत नहीं है।’
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बाद अब अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी पीट हेगसेथ ने दोहराया है कि 22 जून को उसके हमले से ईरान के न्यूक्लियर ठिकानें पूरी तरह से तबाह हो गए। हेगसेथ ने जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष जनरल डैन केन के साथ डिफेंस डिपार्टमेंट के हेडक्वार्टर पेंटागन में ईरान हमले पर मीडिया को संबोधित किया।
हेगसेथ ने कहा, ‘ईरान पर अमेरिका का हमला ऐतिहासिक रूप से सफल हमला था।’ हेगसेथ ने उस खुफिया रिपोर्ट की जानकारी देने के लिए पत्रकारों को फटकार लगाई, जिसमें कहा गया था कि ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम को हमलों से मामूली नुकसान पहुंचा है।

अमेरिकी रक्षा सचिव हेगसेथ और जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष केन ने पेंटागन में ब्रीफिंग की।
अमेरिका बोला- ईरान पर हमले 15 सालों की प्लानिंग का नतीजा मीडिया ब्रीफिंग के दौरान हेगसेथ और केन ने ईरान पर हमले को 15 सालों की स्टडी और प्लानिंग का नतीजा बताया। उन्होंने बंकर बस्टर बम की टेस्टिंग का वीडियो भी दिखाया, जिसे पहाड़ों में गहराई तक घुसने के लिए डिजाइन किया गया था।
केन ने कहा कि अमेरिका ने ईरान के फोर्डो साइट में बम गिराने के लिए एंट्री पॉइंट के तौर पर दोनों वेंटिलेशन शाफ्ट को निशाना बनाया। ईरानियों ने दोनों वेंटिलेशन रूट के ऊपर बड़े कंक्रीट स्लैब रखे थे।
अमेरिकी सेना ने पहला बम कंक्रीट स्लैब को नष्ट करने के लिए गिराया गया। उसके बाद चार बमों को फोर्डो के अंडरग्राउंड न्यूक्लियर साइट के अलग-अलग हिस्सों क नष्ट करने के लिए मेन शाफ्ट पर थोड़े अलग कोणों से गिराया गया।
केन ने कहा कि परमाणु ठिकानों पर नुकसान का आकलन करना उनका काम नहीं है। हालांकि, बम गिराने वाले B2-विमानों के पायलटों ने बताया कि बम गिराए जाने के बाद जिस तरह आग की लपटें उठीं, उन्होंने उससे पहले कभी नहीं देखी थी।

अमेरिकी मीडिया का दावा- ईरानी न्यूक्लियर प्रोग्राम बस कुछ महीनों के लिए पिछड़ा अमेरिकी मीडिया हाउस CNN और न्यूयॉर्क टाइम्स ने 25 जून को दावा किया था कि अमेरिकी हमलों से ईरान का न्यूक्लियर प्रोग्राम पूरी तरह से तबाह नहीं हुआ है। बस कुछ महीनों के लिए पिछड़ गया है।
यह दावा एक अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के आधार पर किया गया है। हालांकि, ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर इन मीडिया रिपोर्ट्स को ‘फर्जी खबरें’ करार दिया।
ईरान और इजराइल के बीच 13 जून को जंग शुरू हुई थी। 22 जून की सुबह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर बताया कि हमने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों- फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर सफल हमला किया।
उन्होंने करीब 3 घंटे बाद देश के नाम संबोधन में दावा किया कि ईरान के परमाणु ठिकाने पूरी तरह तबाह कर दिए गए हैं। 12 दिनों तक चली जंग के बाद ट्रम्प ने 24 जून को ईरान-इजराइल के बीच सीजफायर का ऐलान किया था। ईरान में जंग से 627 और इजराइल में 28 लोगों की मौत हुई।

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24 जून को तेल अवीव के लोगों की नींद मिसाइल अटैक के पहले बजने वाले सायरन से खुली। लोग बम शेल्टर की ओर भागे। शेल्टर में जाने के बाद खबर पढ़ी कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सुबह 3:32 बजे ईरान-इजराइल के बीच सीजफायर का ऐलान किया है। लोग हैरान थे कि ये कैसा सीजफायर है। पूरी खबर पढ़ें…
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