
Israel Iran Tensions: इजरायल और ईरान तनाव के बीच अमेरिका की एंट्री से हलचल बढ़ गई है. वेस्ट एशिया में तनाव बढ़ने से शेयर बाजार पर आज सोमवार 23 जून 2025 को जबरदस्त असर पड़ने की संभावना है. वैश्विक शेयर बाजार में अनिश्चितताओं को देखते हुए इन्वेस्टर्स को अलर्ट रहने को कहा गया है. मार्केट के जानकारों की मानें तो क्रूड ऑयल के भाव अगर और ऊपर चढ़े तो सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में ही गिरावट देखने को मिल सकती है.
हालांकि, पिछले हफ्ते मिडिल ईस्ट में तनाव के बावजूद शेयर बाजार में उछाल देखा गया था. करीब डेढ़ फीसदी से ज्यादा की उछाल स्टॉक मार्केट में दिखा था. लेकिन, ईरान-इजलायल जंग में अमेरिका के उतरने के बाद वेस्ट एशिया में स्थिति काफी खतरनाक हो गई है.
खतरनाक मोड़ पर वेस्ट एशिया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि अगर ईरान इसी तरह से जवाबी कदम उठाता रहा तो उस पर अटैक और तेज किए जाएंगे. ऐसे में अमेरिका के इस वॉर में कूदने के बाद न सिर्फ वेस्ट एशिया में छिड़ा संघर्ष अब और लंबा छिड़ने की आशंका बढ़ गई है, बल्कि क्रूड ऑयल की कीमत सातवें आसमान पर पहुंच रही है. इस समय इसका भाव 76 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर चुका है.
एक्सपर्ट का तो यहां तक मानना है कि अगर ईरान ने होर्मुज जलडमरुमध्य को बंद किया तो क्रूड ऑयल का भाव 130 डॉलर प्रति बैरल तक पर आ सकता है. ये वो रास्ता है, जहां से वैश्विक तेल आपूर्ति का करीब 20 फीसदी कारोबार इसी मार्ग से होता है.
क्रूड ऑयल का बढ़ सकता है भाव
एक्सपर्ट का मानना है कि जिस तरह की स्थिति बनी है, ऐसे में इन्वेस्टर्स को क्रूड ऑयल पर करीबी नजर बनाकर रखनी होगी. इसी हिसाब से आगे की रणनीति बनानी होगी. इन्वेस्टर्स का ज्यादा जोर तनाव के बीच सोना और अमेरिकी डॉलर पर हो सकता है. इतना ही नहीं, अगर तेल की कीमत इसी तरह से चढ़ी तो व्यापार संतुलन बिगड़ सकता है. मुद्रास्फिति उम्मीद के विपरीत पटरी से उतर सकती है. ऐसे में आरबीआई की तरफ से इकोनॉमी को लेकर जो प्रयास किए गये है, उसका उल्टा असर दिख सकता है.
ये भी पढ़ें: LIC की पॉलिसी बीच में छोड़ने पर भी मिलेगा ज्यादा पैसा, समझिए पूरा गणित
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.