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रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने IPL 2025 के फाइनल में पंजाब किंग्स को हराकर खिताब जीता था।
प्रतिभाओं को निखरने के लिए मंच की दरकार होती है और पिछले 18 साल में खेल की दुनिया में आईपीएल ऐसा बड़ा प्लेटफॉर्म बनकर उभरा है, जो हर साल सैकड़ों युवा टैलेंट को मौका दे रहे हैं। भास्कर ने जब इसके आंकड़े खंगाले तो पता चला कि आईपीएल में 2008 से 2025 के बीच करीब 409 भारतीय खिलाड़ियों ने डेब्यू किया। इनमें से करीब 88 यानी 22% को टीम इंडिया में चुना गया।
इनमें विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह, रवींद्र जडेजा, शुभमन गिल, हार्दिक पंड्या, युजवेंद्र चहल व श्रेयस अय्यर जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल हैं।
वहीं, कोहली IPL डेब्यू के साल ही टीम इंडिया में सिलेक्ट हो गए थे, सूर्यकुमार को 9 साल लग गए। इस सीजन वैभव सूर्यवंशी और आयुष म्हात्रे को इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय अंडर-19 टीम में चुना गया है।
2025 में 15 से ज्यादा भारतीय खिलाड़ियों ने डेब्यू किया। इनमें राजस्थान से वैभव सूर्यवंशी, पंजाब से प्रियांश आर्य, चेनई से आयुष म्हात्रे और दिल्ली से विप्रज निगम जैसे खिलाड़ियों ने छाप छोड़ी और भविष्य में टीम इंडिया के लिए दमदार दावेदारी पेश की।

व्यूअरशिप 400%, ब्रांड वैल्यू 12 गुना तक बढ़ी 2008 में 20 करोड़ लोगों ने आईपीएल देखा था। 2025 में टीवी व डिजिटल प्लेटफॉर्म पर करीब 100 करोड़ ने देखा। 2019 में 33,800 करोड़ मिनट देखा गया, 2025 में 50 हजार करोड़ मिनट तक हो गया। 2008 में ब्रांड वैल्यू 1.1 अरब डॉलर (करीब 9437 करोड़ रु.) थी। जो 2025 में 12 अरब डॉलर (करीब 1.02 लाख करोड़ रु.) हो गई। ब्रांड वैल्यू में चेत्रई पहले, मुंबई दूसरे और बेंगलुरु तीसरे नंबर पर है। यह आंकड़े डीएंडपी एडवाइजरी, ब्रांड फाइनेंस, बार्क इंडिया, जियो हॉटस्टार से लिए गए हैं।
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IPL का पूरा नाम वैसे तो इंडियन प्रीमियर लीग है, लेकिन 18 सीजन में 13 बार प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड किसी न किसी विदेशी प्लेयर ने ही जीता। क्रिस गेल, सुनील नरेन, एबी डिविलियर्स, राशिद खान और लसिथ मलिंगा जैसे विदेशी प्लेयर्स ने इस लीग को और भी ज्यादा रोशन, चमकदार और फेमस बनाया। विदेशी प्लेयर्स का दबदबा इस बार भी देखने को मिला। क्योंकि लीग में 33% रन और 36% विकेट विदेशी खिलाड़ियों ने ही निकाले। जबकि उनकी संख्या भारतीय प्लेयर्स की मुकाबले एक तिहाई ही रही। ऑक्शन में भी विदेशियों का बोलबाला रहता है। मेगा ऑक्शन में 639.15 करोड़ रुपए खर्च हुए, जिनमें 40% रकम यानी करीब 256 करोड़ रुपए 62 विदेशी प्लेयर्स के खातों में ही चले गए। जबकि 120 भारतीयों को बाकी 60% रकम मिली थी। पढ़ें पूरी खबर…
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