
Indian Railways News- रेलवे ट्रेनों का चार्ट 24 घंटे पहले बनाने का ट्रायल शुरू कर चुका है. ऐसे में आम लोगों के मन एक बात जरूर आ रही होगी, कि आखिर यह आइडिया किसका है? आइए जानते हैं

हाइलाइट्स
- रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया है आइडिया
- बीकानेर में आयोजित एक कार्यक्रम में हुई थी चर्चा
- अधिकारियों ने तैयार किया था पूरा प्रेजेंटेशन
नई दिल्ली. भारतीय रेलवे ट्रेनों का चार्ट चार घंटे के बजाए 24 घंटे पहले बनाने का प्लान कर रहा है. इसका ट्रायल एक ट्रेन से शुरू हो चुका है. बीकानेर डिवीजन ने यह पहल की है. यात्रियों से इसका फीडबैक भी लिया जा रहा है. सभी इस पहल की प्रशंसा कर रहे हैं. ऐसे में आम लोगों के मन एक बात जरूर आ रही होगी कि आखिर यह आइडिया किसका है, बीकानेर डिवीजन से ही नई व्यवस्था क्यों शुरू की गयी? आइए जानते हैं.
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया कि इससे तत्काल व अन्य प्रकार टिकटों में कोई फर्क नहीं पड़ेगा. इसका सबसे ज्यादा फायदा यात्रियों को मिलेगा. उन्हें अगर 24 घंटे पहले पता चल जाएगा कि उनका टिकट कंफर्म नहीं हुआ है तो वे दूसरे साधनों से यात्रा प्लान कर सकते हैं. क्योंकि तमाम यात्री ट्रेन पकड़ने के लिए काफी दूर से रेलवे स्टेशन पहुंचते हैं. चार घंटे पहले चार्ट बनने के बाद जब मैसेज पहुंचता है तो रास्ते में होते हैं, इससे उन्हें परेशानी होती है, अचानक दूसरा साधन ढ़ूढ़ना मुकिश्ल हो जाता है.
बीकानेर डिवीजन ने अभी लंबी दूरी की ट्रेन अवध असम एक्सप्रेस का इस नई व्यवस्था के लिए चुना है. 15910 ट्रेन लालगढ़ से डिब्रूगढ़ के बीच में चलती है और पूरे सफर में 3116 किमी. का सफर तय करती हैं. यह ट्रायल के तौर पर किया जा रहा है. अगर सफल रहा तो दूसरी ट्रेनों में भी किया जा सकता है.
अगर चार्ट 24 घंटे पहले बनता है तो यात्री का रिफंड कितना आएगा, उसे पूरा पैसा वापस मिलेगा या इसमें कुछ फीसदी काटा जाएगा. आईआरसीटीसी का कहना है कि अभी इस संबंध में कोई सर्कुलर नहीं आया है, जैसे ही आएगा, कैंसिल करने की नई दरें लागू कर दी जाएंगी.
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