IMD Weather Live Updates: देशभर में अच्छी बारिश होने का माहौल बना हुआ है. बंगाल की खाड़ी में बने सिस्टम की वजह से दक्षिण-पश्चिम मानसून मजबूत हुआ है. इसके चलते बंगाल की खाड़ी से लेकर राजस्थान तक मानसून के लिए अनुकूल मौसमी परिस्थितियां बन गई हैं. पश्चिम, बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत के राज्यों में अच्छी बारिश होने का पूर्वानुमान जताया गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी देते हुए रेड अलर्ट जारी किया है. दिल्ली-एनसीआर में भी बारिश होने की संभावना को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. दिल्ली के कई इलाकों में 24 जून 2025 को भी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि बादलों का आना-जाना लगा रहा.
बंगाल की खाड़ी से बने कम दबाव के क्षेत्र का असर अब दक्षिण उत्तर प्रदेश के ऊपर चक्रवाती सर्कुलेशन के रूप में दिख रहा है. इसके अलावा एक और चक्रवाती सर्कुलेशन अब पश्चिम-मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में दक्षिण ओडिशा और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश के पास बना हुआ है. इन दोनों प्रणालियों को जोड़ने वाली पूर्व-पश्चिम दिशा की ट्रफ रेखा अब और पश्चिम की ओर बढ़ गई है, जो मध्य और पश्चिम राजस्थान तक फैली हुई है। इस लंबी ट्रफ के कारण इसके आसपास छोटे-छोटे मौसम तंत्र (circulations) बनने की संभावना है, विशेषकर 26 और 27 जून को मध्य और पश्चिम राजस्थान में. पंजाब और जम्मू क्षेत्रों में एक पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) भी ऊपरी वायुमंडल में सक्रिय होने वाला है, जिससे इन सभी प्रणालियों को अतिरिक्त ऊर्जा और सहयोग मिलेगा.
दिल्लीवालों भीगने के लिए हो जाओ तैयार
दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले 48 घंटों में राजस्थान और पंजाब के कुछ और हिस्सों, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर को कवर कर सकता है. स्काईमेट वेदर की रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद केवल पश्चिम हरियाणा, दक्षिण पंजाब और राजस्थान के अति-पश्चिमी हिस्सों में ही मानसून पहुंचना बाकी रहेगा. मौसम से जुड़ी कई प्रणालियां जब एक साथ सक्रिय होती हैं और तालमेल में काम करती हैं, तो मानसून की गति तेज हो जाती है. इस बार भी ऐसा ही दिख रहा है, जिससे संभावना बन रही है कि मानसून जून महीने में ही पूरे भारतवर्ष में फैल जाएगा. यह एक बड़ी और असामान्य उपलब्धि हो सकती है, क्योंकि आमतौर पर ऐसा जुलाई के दूसरे सप्ताह तक होता है.
IMD का रेड अलर्ट
गुजरात के भावनगर, नर्मदा आनंद, पंचमहल, वडोदरा, दाहोद, महिसागर, भरूच, छोटा उदयपुर, सबर कांथा, अरावली, खेड़ा जिलों और मध्य महाराष्ट्र के पुणे और नादुरबार में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश के साथ ही 41 से 61 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का पूर्वानुमान है. इसे देखते हुए गुजरात और महाराष्ट्र के संबंधित जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात राज्य, कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी आंतरिक कर्नाटक, छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड, बिहार, असम के अलग-अलग स्थानों पर मध्यम बारिश (5-15 मिमी/घंटा) के साथ 41-61 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले तूफान के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. प्रभावित क्षेत्रों के निवासियों को सतर्क रहने और आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. लोगों को सलाह दी गई है कि वे अपने घरों में रहें. पेड़ों या कमजोर मकानों के नीचे शरण न लें और पूरी जानकारी के साथ ही वाहन लेकर बाहर निकलें.
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