
- कॉपी लिंक

QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 जारी हो चुकी है। इसमें पिछले साल की ही तरह मैसेचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यानी MIT टॉप पर है।
बात भारत की करें तो इस साल रैंकिंग में कुछ बदलाव देखने को मिल रहे हैं। इस साल देश में IIT दिल्ली पहले स्थान पर है। वहीं IIT बॉम्बे दूसरे पायदान पर है।
इस साल देश की 54 यूनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूट्स को इस लिस्ट में जगह मिली है जो अब तक सबसे ज्यादा है। पिछले साल भारत की 46 यूनिवर्सिटीज और इंस्टीट्यूट्स को इस लिस्ट में जगह मिली थी।
IIT बॉम्बे की रैंकिंग में गिरावट
इस साल IIT बॉम्बे को 129वीं रैंक मिली है जबकि पिछले साल की रैंकिंग में यह 118वें स्थान पर था। इसके अलावा पिछले साल IIT बॉम्बे को देश में पहला स्थान मिला था। वहीं इस साल पहली रैंक पर IIT दिल्ली है और IIT बॉम्बे खिसककर दूसरे पायदान पर पहुंच गया है।
इसके अलावा IIT दिल्ली ने रैंकिंग के मामले में अच्छा प्रदर्शन किया है। पिछले साल IIT दिल्ली को 150 रैंक मिली थी। वहीं साल 2024 में IITD 197वीं रैंक पर था।

नॉन-टेक्निकल में दिल्ली यूनिवर्सिटी टॉप पर
बात नॉन-टेक्निकल यूनिवर्सिटीज की बात करें तो भारत में दिल्ली यूनिवर्सिटी टॉप पर है। ओवरऑल देश की रैंकिंग में इसे 7वां और दुनियाभर में 328वां स्थान मिला है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी के अलावा अन्ना यूनिवर्सिटी 465वीं, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी 558वीं, सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी 566वीं, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी 575वीं और यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई 664वीं रैंक पर है।

QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग कौन जारी करता है
क्वाक्वेरेली साइमंड्स (QS), हर साल वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग जारी करती है। इसकी स्थापना साल 1990 में हुई थी। यह एक स्पेशलिस्ट हायर एजुकेशन और करियर इन्फॉर्मेशन और सॉल्यूशन देने वाली अग्रणी संस्था है।
रैंकिंग तय करने के क्या क्या हैं मैट्रिक्स
QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग की प्रप्राइअटेरी मेट्रिक्स में इंप्लॉयबिलिटी, एंटरप्रेन्योरशिप, रिटर्न ऑन इंवेस्टमेंट (ROI), थॉट लीडरशिप और डायवर्सिटी को शामिल किया गया है।
- इंप्लॉयबिलिटी : इसका मतलब स्टूडेंट के उन विशेषता से है जो उसको रोजगार हासिल करने और बनाए रखने में सक्षम बनाती है।
- एंटरप्रेन्योरशिप : किसी नये ऑर्गनाइजेशन शुरू करने की भावना को एंटरप्रेन्योरशिप कहते हैं। इसमें एक ऐसे नए आइडिया पर काम किया जाता है, जिसे बाद में एक बड़े बिजनेस में बदला जाता है।
- रिटर्न ऑन इंवेस्टमेंट (ROI) : यह एक परफॉरमेंस मेजरमेंट है, जिसका इस्तेमाल एफिशिएंसी और प्रॉफिटिबिलिटी का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा, इसका उपयोग अलग-अलग इंवेस्टमेंट की एफिशिएंसी की तुलना करने के लिए किया जाता है।
- थॉट लीडरशिप : एक थॉट लीडरशिप को एक ऐसे व्यक्ति या फर्म के रूप में बताया जाता है, जिसे किसी विशिष्ट क्षेत्र में अथॉरिटी के रूप में मान्यता प्राप्त है।
- डायवर्सिटी या विविधता : यह किसी इंस्टिट्यूट में विभिन्न सामाजिक और जातीय बैकग्राउंड और विभिन्न जेंडर या सेक्सुअल ओरिएंटेशन आदि के लोगों को शामिल करने या शामिल करने की गुणवत्ता है।
ऐसी ही और खबरें पढ़ें…
दिल्ली यूनिवर्सिटी में अंडर ग्रेजुएट एडमिशन का प्रोसेस शुरू: 10वीं के नंबरों से भी होगा टाई-ब्रेकर; 69 कॉलेजों की 71,624 सीटों पर मिलेगा दाखिला

दिल्ली यूनिवर्सिटी ने अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन का प्रोसेस शुरू कर दिया है। 2025-26 सेशन में दाखिले के लिए कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम यानी CSAS पोर्टल लाइव हो गया है। कैंडिडेट्स ऑनलाइन पोर्टल पर अपने रजिस्ट्रेशन दर्ज कर सकते हैं। पूरी खबर पढ़ें….
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.