Multivitamin Supplements Good or Bad: शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी हो जाए, तब डॉक्टर मल्टीविटामिन दवा लेने की सलाह देते हैं. मल्टीविटामिन सप्लीमेंट्स टेबलेट, कैप्सूल और सीरप के रूप में मिलते हैं. मल्टीविटामिन सप्लीमेंट सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं, लेकिन हर किसी को इनकी जरूरत नहीं होती है. डॉक्टर की सलाह के बिना मल्टीविटामिन लेना गलत है.
नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के प्रिवेंटिव हेल्थ एंड वेलनेस डिपार्टमेंट की डायरेक्टर डॉ. सोनिया रावत ने News18 को बताया कि शरीर को अपने कामकाज के लिए रोज कई पोषक तत्वों की जरूरत होती है. ये पोषक तत्व खाने-पीने की चीजों से मिलते हैं. जब कोई व्यक्ति खानपान के जरिए इन पोषक तत्वों की पूर्ति नहीं कर पाता है या कोई बीमारी हो जाती है, तब उसे मल्टीविटामिन के सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है. ये सप्लीमेंट टेबलेट, कैप्सूल, लिक्विड या पाउडर फॉर्म में हो सकते हैं. इनमें जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर में जाकर न्यूट्रिएंट की कमी दूर करते हैं. जो लोग स्वस्थ हैं और उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं है, उन्हें इन सप्लीमेंट्स की जरूरत नहीं होती है. ऐसे लोगों को इनका सेवन नहीं करना चाहिए.
किन लोगों को पड़ती है जरूरत?
डॉक्टर ने बताया कि बुजुर्ग, प्रेग्नेंट महिलाएं, ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली फीमेल्स और बीमारियों से जूझ रहे लोगों को इन सप्लीमेंट्स की जरूरत होती है. उम्र बढ़ने के साथ शरीर की पोषक तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता कम हो सकती है. बुजुर्गों में अक्सर विटामिन B12, विटामिन D और कैल्शियम की कमी हो जाती है. ऐसे में डॉक्टर अक्सर मल्टीविटामिन या अन्य सप्लीमेंट की सलाह देते हैं. गर्भवती महिलाएं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को ज्यादा पोषक तत्वों की जरूरत होती है. ऐसी कंडीशन में भी मल्टीविटामिन लेने की सलाह दी जाती है. लोगों को अपनी मर्जी से ये सप्लीमेंट नहीं लेने चाहिए.
किन लोगों को नहीं लेने चाहिए सप्लीमेंट?
हेल्थ एक्सपर्ट ने बताया कि खराब लाइफस्टाइल के कारण लोगों में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. कई लोग सख्त डाइटिंग, लो-कैलोरी डाइट, वीगन या अत्यधिक रेस्ट्रिक्टेड डाइट लेते हैं, जिसकी वजह से विटामिन B12, आयरन, जिंक, ओमेगा-3, विटामिन D जैसे पोषक तत्वों की कमी हो सकती है. हालांकि सभी के लिए मल्टीविटामिन सप्लीमेंट सुरक्षित नहीं होते हैं. कुछ कंडीशंस में इन्हें अवॉइड करना चाहिए. जिन व्यक्तियों को किडनी की बीमारी, हेमोक्रोमैटोसिस, विटामिन A, E, K जैसे फैट-सॉल्यूबल विटामिन की अधिकता का खतरा हो, उन्हें बिना डॉक्टर की सलाह के सप्लीमेंट नहीं लेने चाहिए. कुछ विटामिन और मिनरल्स की अधिक मात्रा शरीर पर उल्टा प्रभाव डाल सकती है. जैसे अत्यधिक विटामिन A लिवर पर असर डाल सकता है और ज्यादा आयरन पाचन तंत्र में गड़बड़ी या ऑर्गन डैमेज का कारण बन सकता है.
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अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम के अनुभवी पत्रकार हैं, जिनके पास प्रिंट और डिजिटल मीडिया में 9 वर्षों से अधिक का अनुभव है। वे हेल्थ, वेलनेस और लाइफस्टाइल से जुड़ी रिसर्च-बेस्ड और डॉक्टर्स के इंटरव्…और पढ़ें


