कम उम्र में बाल सफेद होने के मुख्य कारण
हेल्थलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक, कम उम्र में बाल सफेद होने का आमतौर पर मुख्य कारण मेलेनिन है. बता दें कि, मेलेनिन एक रंगद्रव्य है, यानी मेलेनिन के कारण ही बाल के रंग काले होते हैं. मेलेनिनन एक पिंगमेंट है जो आंख, बाल और स्किन की रंग और चमक को बनाए रखता है. जब शरीर में मेलेनिन कम बनने लगे या मेलेनिन की कमी होने लगे तो बालों का रंग सफेद होने लगता है. इसलिए शरीर में जितना अधिक मेलेनिन रहेगा, बालों का रंग उतना ही गहरा काला बना रहेगा. यह सूरज से निकले हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों से रक्षा करता है. यह सूरज की रोशनी के कारण क्षतिग्रस्त होने वाले हेयर सेल्स को रोकता है.
शरीर में मेलेनिन बढ़ाने के लिए क्या करें
कैलाश दीपक हॉस्पिटल दिल्ली की डाइटिशियन मानसी शर्मा के मुताबिक, कुछ हेल्दी डाइट के जरिए शरीर में मेलेनिन बढ़ाया जा सकता है. वैसे तो बालों को काला करने के लिए कुछ एसेंशियल ऑयल का यूज किया जा सकता है. लेकिन, इसके लिए सिर्फ तेल काफी नहीं है. बालों को सफेद होने से रोकने के लिए हेल्दी डाइट जरूरी है.
बाल सफेद होने से रोकने वाली हेल्दी डाइट
विटामिन बी 12 की कमी से आमतौर पर बाल सफेद होते हैं. इसलिए अपने भोजन में विटामिन बी 12 से भरपूर डाइट को शामिल करें. विटामिन बी 12 की कमी को मोटा अनाज या अंकुरित अनाज, डेयरी प्रोडक्ट, हरी पत्तीदार सब्जियों, मीट आदि से पूरी की जा सकती है. विटामिन सी, डी और ई की भी जरूरत होती है, जो आप संतरे, आंवला, पालक, स्ट्रॉबेरी, गाजर, टूना मछली, सूरजमुखी के बीज, रागी, अलसी के बीज और पंपकिन सीड्स के सेवन से पूरी कर सकते हैं..
इन आदतों को कहें बाय
बड़ी उम्र में बाल का सफेद होना सामान्य हो सकता है. लेकिन कम उम्र में व्हाइट हेयर बड़ी समस्या है. अगर आप भी इससे छुटकारा पाना चाहते हैं तो सिगरेट, शराब को हमेशा के लिए बाय करें. इसके साथ ही तनाव, चिंता, अवसाद मेलेनिन को घटाने का सबसे बड़ा कारण है. इसलिए तनाव, चिंता, अवसाद को दूर करना होगा.


