
गेहूं की रोटी हर घर की पहचान है. यह आसानी से बन जाती है, बेलने में भी आसान होती है और खाने में नरम लगती है. इसमें ग्लूटेन होता है, जिससे रोटी अच्छा फूलती है और सॉफ्ट बनती है. यही वजह है कि ज्यादातर लोग इसे रोज़ाना खाते हैं. गेहूं का ग्लायसेमिक इंडेक्स करीब 60-70 होता है, जिससे इसमें मौजूद कार्ब्स धीरे-धीरे पचते हैं और आपको लंबे समय तक एनर्जी मिलती रहती है. ब्रान वाला आटा (जिसमें छान नहीं की जाती) इस्तेमाल करने से इसमें फाइबर भी ज्यादा होता है, जो पेट को साफ रखने और पाचन ठीक करने में मदद करता है.
अगर आपका डाइजेशन ठीक रहता है और आपको सॉफ्ट रोटियां पसंद हैं जो जल्दी बन जाएं और हर दाल-सब्जी के साथ खाई जा सकें, तो गेहूं की रोटी बेस्ट ऑप्शन है. सर्दियों में ये शरीर को गर्म रखने में भी मदद करती है.
ज्वार एक पुराना देसी अनाज है, जिसे अब लोग फिर से खाना शुरू कर रहे हैं. इसमें ग्लूटेन नहीं होता, यानी ये उन लोगों के लिए भी सही है जिन्हें गेहूं सूट नहीं करता. इसकी रोटी बेलने में थोड़ी मेहनत लगती है लेकिन खाने में बहुत हल्की और हेल्दी होती है. ज्वार में ढेर सारा फाइबर होता है, जो पेट साफ रखने में मदद करता है और कब्ज की शिकायत को दूर करता है. साथ ही इसमें आयरन, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे जरूरी न्यूट्रिएंट्स भी होते हैं, जो शरीर को अंदर से स्ट्रॉन्ग बनाते हैं. इसका ग्लायसेमिक इंडेक्स 50 के आसपास होता है, जिससे ये शुगर कंट्रोल रखने वालों के लिए भी बढ़िया है.
कब कौन सी रोटी खानी चाहिए?
आपका शरीर क्या कह रहा है और मौसम कैसा है, उसके हिसाब से आप गेहूं या ज्वार चुन सकते हैं. अगर जल्दी में हैं और बिना झंझट वाली रोटी चाहिए, तो गेहूं बेस्ट है. लेकिन अगर आपको कुछ हल्का और पचाने में आसान चाहिए, तो ज्वार जरूर ट्राय करें- खासकर गर्मियों में. कई लोग दोनों आटे को मिलाकर भी रोटी बनाते हैं आधा ज्वार और आधा गेहूं. इससे आपको दोनों के फायदे मिलते हैं. आप चाहें तो ज्वार से सिर्फ रोटी ही नहीं, बल्कि उपमा, चीला, पराठा भी बना सकते हैं.
जरूरी नहीं कि आप किसी एक को हमेशा के लिए चुन लें. कभी गेहूं, कभी ज्वार या दोनों मिलाकर खाना सबसे सही तरीका है. साथ में घी और सीजनल सब्जी हो तो क्या बात है. आजकल जब लोग हेल्थ को लेकर ज्यादा अवेयर हो रहे हैं, तो जरूरी है कि हम अपनी थाली में थोड़ा बदलाव लाएं और देसी अनाजों को दोबारा अपनाएं.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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