
Health Tips & Trick: भरतपुर में नीम के पेड़ पर लगने वाला मीठा फल ‘निमोली’ स्वाद और सेहत दोनों के लिए बेहद लाभकारी है. यह फल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, पाचन सुधारने और खून शुद्ध करने में मदद करता है. सीमित समय…और पढ़ें
- नीम का फल निमोड़ी सेहत के लिए लाभकारी है.
- निमोड़ी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है.
- निमोड़ी पेट और त्वचा की समस्याओं में फायदेमंद है.
भरतपुर. नीम के पेड़ को उसके कड़वे स्वाद और औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसी कड़वे नीम पर लगने वाला एक फल ऐसा भी है जो स्वाद में मीठा और सेहत के लिए बेहद लाभकारी होता है. हम बात कर रहे हैं नीम के फल निमोली की, जो न केवल खाने में स्वादिष्ट होती है बल्कि इसके फायदे भी अनगिनत हैं. हर साल मई से लेकर जुलाई तक नीम के पेड़ों पर ये पीले-नारंगी रंग के छोटे-छोटे फल यानी निमोली दिखाई देने लगते हैं.
त्वचा और खून की सफाई में भी कारगर
इसके अलावा निमोड़ी का सेवन त्वचा को साफ और चमकदार बनाए रखने में सहायक होता है तथा खून को शुद्ध करने में भी इसकी भूमिका महत्वपूर्ण मानी जाती है. आज जब लोग तरह-तरह के टॉनिक और दवाइयों का सहारा लेते हैं, ऐसे में यह देसी फल एक प्राकृतिक दवा के रूप में सामने आता है. खास बात यह है कि इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता और यह आसानी से गांव-देहातों में उपलब्ध भी होता है.
प्रकृति का मीठा तोहफा, सीमित समय के लिए उपलब्ध
नीम की कड़वाहट के बीच से उपजा यह मीठा फल वास्तव में प्रकृति का एक अनमोल तोहफा होता है. यह न केवल शरीर को अंदर से स्वस्थ बनाता है बल्कि इसका स्वाद भी मन को भाता है. गांव में लोग इस फल को बड़े चाव से खाते हैं क्योंकि यह फल नीम के पेड़ में कुछ ही दिनों के लिए नजर आता है. यह स्वाद और सेहत दोनों के लिहाज से बेहद फायदेमंद फल होता है.
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