
The End of Breast Cancer: 2030 तक ब्रेस्ट कैंसर का द एंड हो जाएगा. देसी वैज्ञानिक के नेतृत्व में वैक्सीन तैयार हुई है.

हाइलाइट्स
- यह वैक्सीन अनिक्सा बायोसाइंसेज़ और क्लीवलैंड क्लिनिक मिलकर बना रहे हैं.
- अनिक्सा बायोसाइंसेज़ के सीईओ डॉ. अमित कुमार का इसमें विशेष योगदान है.
- डॉ. अमित कुमार को उम्मीद है कि यह 2030 तक ब्रेस्ट कैंसर का अंत हो जाएगा.
The End of Breast Cancer: ब्रेस्ट कैंसर का अंत बहुत नजदीक आ गया है. वैज्ञानिकों ने इसके लिए एक ऐसी वैक्सीन तैयार की है जिसका पहला क्लीनिकल ट्रायल बेहद सफल रहा है. इस वैक्सीन से ब्रेस्ट कैंसर को रोका भी जाएगा और इसका इलाज भी किया जाएगा. खास बात यह है कि इस वैक्सीन को तैयार करने में देसी वैज्ञानिक डॉ. अमित कुमार का बहुत बड़ा योगदान है. महिलाओं में सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर के मामले सामने आते हैं. इनमें से सबसे ज्यादा ब्रेस्ट कैंसर से मौत भारत में होती है. भारत में करीब हर साल 98 हजार महिलाओं की मौत ब्रेस्ट कैंसर से हो जाती है जबकि दुनिया भर में ब्रेस्ट कैंसर से होने वाली मौतों का आंकड़ा 6.70 लाख है.
न्यूयॉर्क पोस्ट की खबर के मुताबिक इस वैक्सीन के पहले चरण का परीक्षण पूरा हो चुका है जिसमें 75 प्रतिशत से अधिक महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के खिलाफ मजबूत इम्यूनिटी देखी गई है. यह वैक्सीन ब्रेस्ट कैंसर को रोकने और उसका इलाज करने दोनों के लिए बनाई जा रही है. ब्रेस्ट कैंसर हर 8 में से एक महिला को प्रभावित करता है. अनिक्सा बायोसाइंसेज़ के सीईओ डॉ. अमित कुमार ने बताया कि यह बहुत उत्साहजनक बात है. यह वैक्सीन अनिक्सा बायोसाइंसेज़ और क्लीवलैंड क्लिनिक मिलकर बना रहे हैं. पहले चरण में 35 महिलाओं को वैक्सीन दी गई जिनमें से अधिकतर को ट्रिपल नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर था. यह स्तन कैंसर का सबसे घातक रूप है. इसी प्रकार के कैंसर के कारण एंजेलीना जोली ने 37 साल की उम्र में अपनी दोनों स्तनों की सर्जरी करवाई थी.
साइड इफेक्ट्स भी न के बराबर
इस परीक्षण में महिलाओं का समय-समय पर खून लिया गया ताकि यह देखा जा सके कि उनके शरीर में लक्षित अणु अल्फा-लैक्टालब्यूमिन के खिलाफ कितनी एंटीबॉडी बन रही है. वैज्ञानिकों के कहना था कि इसका साइड इफेक्ट्स भी न के बराबर था. सिर्फ जहां वैक्सीन लगाई गई वहां थोड़ी जलन थी. डॉ. अमित कुमार ने बताया कि यह एक नया तरीका है. अगर यह काम करता है और कैंसर को रोकने में सफल होता है तो हम स्तन कैंसर को पूरी तरह समाप्त कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि जिस तरह पोलियो और अन्य संक्रामक बीमारियों को हम पूरी तरह से खत्म करने में कामयाब हुए उसी तरह स्तन कैंसर को भी 2030 तक खत्म करने में कामयाब हो जाएंगे. दूसरे चरण का परीक्षण अगले साल शुरू किया जाए जिसमें वैक्सीन को अधिक महिलाओं पर और स्तन कैंसर के अन्य प्रकारों पर आजमाया जाएगा.
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