Yoga Health Benefits: आज की तनावभरी जिंदगी में अगर आप स्वास्थ्य को नेचुरल तरीके से सुधारना चाहते हैं, तो योग का अभ्यास सबसे अच्छा तरीका है. नियमित रूप से योग का अभ्यास करने से न सिर्फ शारीरिक फायदे मिलते हैं, बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है. कई योगासनों में से सर्वांगासन यानी शोल्डर स्टैंड को विशेष रूप से लाभकारी माना गया है. इसमें शरीर को कंधों पर संतुलित किया जाता है, जिससे इसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है. आज जानते हैं कि सर्वांगासन करने से ब्रेन को क्या फायदे होते हैं.
आयुष मंत्रालय के अनुसार सर्वांगासन करने से थायरॉयड और पैराथायरायड ग्रंथियां सक्रिय हो जाती हैं. जब व्यक्ति इस आसन को करता है और सिर नीचे व पैर ऊपर होते हैं, तब खून का बहाव गर्दन की तरफ बढ़ जाता है. इससे थायरॉयड ग्रंथि को अधिक ऑक्सीजन और पोषण मिलते हैं, जिससे हार्मोनल संतुलन सुधरता है. यह मेटाबोलिज्म को भी बेहतर करता है और हड्डियों में कैल्शियम की मात्रा को नियंत्रित रखने में सहायक होता है.
सर्वांगासन करने से कंधों और बाहों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं, क्योंकि पूरा शरीर उन्हीं पर टिका होता है. इस अभ्यास से शरीर में संतुलन और स्थिरता आती है. साथ ही, रीढ़ की हड्डी को लचीलापन मिलता है, जिससे पीठ दर्द जैसी समस्याओं में आराम मिलता है. यह आसन खासतौर पर शरीर को मजबूत और चुस्त बनाए रखने में मदद करता है.
इस योग मुद्रा में शरीर का उल्टा होना, यानी सिर नीचे और पैर ऊपर रहना, मस्तिष्क में रक्त प्रवाह को तेज करता है. इससे मस्तिष्क को अधिक ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं, जिससे इसकी कार्यक्षमता बेहतर होती है. यह एकाग्रता, स्मरण शक्ति और मानसिक शांति बढ़ाने में सहायक होता है. जो लोग परीक्षा की तैयारी कर रहे हों या तनाव से ग्रसित हों, उनके लिए यह आसन बेहद लाभकारी है.
जब शरीर उल्टी दिशा में रहता है, तो रक्त प्रवाह हृदय और फेफड़ों की ओर तेजी से होता है. इससे हृदय को अधिक पोषण और ऑक्सीजन मिलते हैं, जिससे उसकी कार्यक्षमता बेहतर होती है. यह हृदय को मजबूत बनाता है और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में भी मदद करता है. इस कारण यह हृदय रोगों के खतरे को भी घटा सकता है.
सर्वांगासन का अभ्यास करने से पेट पर हल्का दबाव पड़ता है, जिससे पाचन क्रिया में सुधार होता है. यह कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है. साथ ही नसों और तंत्रिका तंत्र को भी यह आसन आराम देता है, जिससे तनाव कम होता है और मन में सुकून बना रहता है.
अब सवाल है कि सर्वांगासन करने की सही विधि क्या है? एक्सपर्ट्स के अनुसार इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और हाथों को जांघों के पास रखें. अब धीरे-धीरे पैरों को ऊपर उठाएं- पहले 30 डिग्री, फिर 60 और अंत में 90 डिग्री तक. फिर हाथों को पीठ के पीछे रखकर शरीर को ऊपर उठाएं ताकि ठोड़ी छाती से लग जाए. इस स्थिति को कुछ देर बनाए रखें और फिर धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में लौट आएं. इस आसन को नियमित रूप से करने से पूरे शरीर को गहराई से लाभ मिलता है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)