
Local 18 के साथ बातचीत में इस दुकान के मालिक अमित जैन कहते हैं कि हमारे यहां 80 से भी ज्यादा वैरायटी की चाय पत्तियां मिलती हैं, जो अलग-अलग रोगों और स्वास्थ्य समस्याओं को ध्यान में रखकर तैयार की जाती हैं. सिरदर्द, एंजाइटी, नींद न आना, हाई बीपी, कोल्ड, पाचन समस्याएं, स्किन डिजीज से लेकर इम्यूनिटी बूस्टिंग और डिटॉक्सिफिकेशन तक– यहां हर समस्या के लिए एक खास चाय मौजूद है. इस चाय की सबसे बड़ी ताकत है, इसके पीछे खड़ा रिसर्च और समर्पण. “चाय पैराडाइज” के संचालक अमित, पिछले कई वर्षों से देश-विदेश के हर्ब्स और उत्तराखंड की पहाड़ियों में मिलने वाले जड़ी-बूटियों पर रिसर्च कर रहे हैं. वे खुद ही इन औषधीय पौधों को इकट्ठा कर, सुखाकर और प्रोसेस करके चाय पत्तियों का निर्माण करते हैं. उनके मुताबिक, हर पौधा अपनी प्रकृति में खास होता है, बस सही तरीके से उसे उपयोग में लाना आना चाहिए.
यहां मिलने वाली कुछ प्रमुख चायों में तुलसी चाय, लेमनग्रास टी, लैवेंडर टी, अश्वगंधा टी, रोज टी, गिलोय टी, ब्राह्मी टी, चकोतरा टी, ब्लू टी (अपराजिता), हिबिस्कस टी और जिंजर टर्मरिक टी जैसे नाम शामिल हैं. ये सभी चाय न केवल शरीर को आराम देती हैं, बल्कि मानसिक तनाव को भी कम करने में सहायक हैं. यही नहीं, चाय पैराडाइज में आपको चाय के साथ-साथ हर्बल एक्सपीरियंस भी मिलता है. यहां पर बैठने का माहौल बहुत शांत और पॉजिटिव है. विदेशी सैलानी हों या देशी पर्यटक, हर कोई यहां की चाय पीकर सुकून महसूस करता है.
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