
मोहम्मद शाहिद ने बताया की बीते लंबे समय से किडनी संबंधी समस्याओं से परेशान थे.उनका क्रिएटिनिन लेवल बढ़ा हुआ था, जिसके कारण उन्हें अत्यधिक कमजोरी, हाथ-पैरों में सूजन और पेशाब संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. इस गंभीर बीमारी के इलाज के लिए उन्होंने कई बड़े अस्पतालों के चक्कर लगाए, लेकिन कहीं भी उन्हें संतोषजनक परिणाम नहीं मिल पा रहा था और उनकी हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही थी.
वैद्य नागेंद्र नारायण शर्मा ने बताया कि जब मोहम्मद शाहिद उनके पास आए, तो उनकी स्थिति सही नहीं थी. डॉ. शर्मा ने अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करते हुए मोहम्मद शाहिद का प्राकृतिक परीक्षण किया.उन्होंने बताया, \”हमने पाया कि मरीज की किडनी की कार्यप्रणाली बुरी तरह प्रभावित थी और क्रिएटिनिन का स्तर असामान्य रूप से बढ़ा हुआ था. इसी कारण उन्हें कमजोरी, सूजन और पेशाब में दिक्कत जैसी समस्याएं हो रही थीं.\”
डॉ. शर्मा द्वारा निर्देशित औषधियों का नियमित सेवन, सुबह का योग अभ्यास और बताए गए परहेज का ईमानदारी से पालन करने का नतीजा यह रहा कि मोहम्मद शाहिद को मात्र 15 दिनों के भीतर ही अपनी सेहत में अप्रत्याशित सुधार महसूस होने लगा.उनकी कमजोरी दूर हुई, हाथ-पैरों की सूजन कम हो गई और पेशाब संबंधी दिक्कतें भी लगभग समाप्त हो गईं.
यह घटना एक बार फिर प्रमाणित करती है कि ऋषि-मुनियों द्वारा प्रतिपादित आयुर्वेद शास्त्र में शरीर के विभिन्न रोगों से लड़ने और उन्हें जड़ से खत्म करने की अद्भुत क्षमता है. आवश्यकता केवल सही उपचार, सटीक औषधि के चयन और अनुभवी वैद्य के मार्गदर्शन की है. कोरबा में मोहम्मद शाहिद का स्वस्थ होना आयुर्वेद की इस शक्ति का जीवंत उदाहरण है, जो लोगों के बीच इस प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति के प्रति विश्वास को और मजबूत करेगा.
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.