
योग में कई ऐसे पोज होते हैं जिनमें हमें अपने ही शरीर के वजन को सहारा देना होता है. इससे मसल्स पर प्रेशर पड़ता है, जिससे वो धीरे-धीरे मजबूत होते हैं. ये बिल्कुल वैसा ही होता है जैसा जिम में वेट उठाने से होता है, फर्क बस इतना है कि योग में आप मशीन या भारी वजन की जगह अपने शरीर को ही ट्रेन करते हैं.
जानिए मसल्स और ताकत बढ़ाने वाले योगासन और उन्हें कैसे करें
कैसे करें: पेट के बल लेट जाएं. दोनों हाथों को कंधों के नीचे रखें और शरीर को ऊपर उठाएं. पूरी बॉडी सीधी रखें, सिर से एड़ी तक एक लाइन में हो. पेट अंदर की ओर खींचे और इस पोज में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रहें. ये पोज कोर मसल्स, बाजुओं और पीठ के लिए बहुत असरदार है. इसे कुछ देर तक होल्ड करने से मसल्स में मजबूती आती है और पेट की चर्बी भी कम होती है.
2. चतुरंग दंडासन (Low Plank Pose)
कैसे करें: प्लैंक पोज की स्थिति में आएं. अब कोहनी मोड़ते हुए धीरे-धीरे बॉडी को नीचे लाएं, लेकिन जमीन से ना लगाएं. कोहनियों को शरीर के पास रखें और होल्ड करें. ये पोज पुशअप जैसा होता है, लेकिन इसमें नियंत्रण और बैलेंस बहुत मायने रखता है. इससे कंधे, हाथ, छाती और पेट के मसल्स मजबूत होते हैं.
कैसे करें: एक पैर आगे और दूसरा पीछे रखें. आगे के घुटने को मोड़ें और पीछे वाला पैर सीधा रखें. दोनों हाथों को सिर के ऊपर सीधा करें और नजर सामने रखें. 30 सेकंड तक इसी स्थिति में रहें, फिर पैर बदलें. ये आसान पैरों की ताकत बढ़ाता है और थाइज के मसल्स को टोन करता है. इसे करने से बॉडी में स्टैमिना भी बढ़ता है.
कैसे करें: जमीन पर बैठें और पैरों को सामने फैलाएं. अब धीरे-धीरे पैरों को ऊपर उठाएं और पीठ को भी पीछे झुकाएं. हाथों को सीधा करके पैरों के समानांतर रखें. शरीर ‘V’ आकार में हो. इसे 15 से 30 सेकंड तक करें. ये आसान पेट और जांघों के मसल्स पर गहरा असर डालता है. रोज करने से कोर स्ट्रेंथ बढ़ती है और पेट की चर्बी घटती है.
5. ब्रिज पोज (Setu Bandhasana)
कैसे करें: पीठ के बल लेट जाएं. घुटनों को मोड़ें और पैरों को जमीन पर रखें. अब धीरे-धीरे हिप्स और पीठ को ऊपर उठाएं. हाथों को नीचे जमीन पर सीधा रखें. इस पोज को 20-30 सेकंड होल्ड करें. इससे बैक मसल्स मजबूत होते हैं और हिप्स को भी शेप मिलता है. ये रीढ़ की हड्डी के लिए भी लाभकारी है.
मेंटल पीस: योग न सिर्फ शरीर को मजबूत करता है, बल्कि मन को भी शांत करता है. जिम में केवल फिजिकल एक्टिविटी होती है, लेकिन योग में मन और शरीर दोनों का तालमेल होता है.
कोई साइड इफेक्ट नहीं: जिम में अगर सही गाइडेंस न मिले तो चोट लग सकती है, लेकिन योग में शरीर की अपनी गति से प्रैक्टिस होती है.
आज योगा डे पर लें संकल्प
Yoga Day 2025 एक सही समय है यह तय करने का कि अब अपने शरीर के लिए समय निकालना है. अगर आपके पास जिम जाने का समय नहीं है, तो योग के इन आसनों से शुरुआत करें. हर दिन सिर्फ 20-30 मिनट योग करने से शरीर की ताकत बढ़ेगी, मसल्स बनेंगे और आत्मविश्वास भी आएगा. याद रखिए बॉडी सिर्फ वेट उठाने से नहीं बनती, ध्यान, संयम और निरंतर अभ्यास से भी बनती है. इस योगा डे पर खुद को योग का उपहार दें.
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