
Yoga Health Benefits: सर्पासन यानी भुजंगासन एक सरल और प्रभावी योगासन है. यह पीठ और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है. इसके नियमित अभ्यास से तनाव कम होता है, किडनी स्वस्थ रहती है और पीरियड्स की समस्या से राहत मिलती…और पढ़ें

हाइलाइट्स
- सर्पासन पीठ और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है.
- यह किडनी की पथरी और अस्थमा में राहत देता है.
- सर्पासन तनाव कम करता है और मेंटल हेल्थ सुधारता है.
Cobra Pose Yoga Benefits: आजकल की लाइफस्टाइल ने हमारे शरीर को बर्बाद कर दिया है. लोग एक ही जगह घंटों बैठकर काम करते रहते हैं और दिनभर में फिजिकल एक्टिविटी बिल्कुल नहीं कर पाते हैं. इसकी वजह से मसल्स में कमजोरी और अकड़न जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं. एक कुर्सी पर बैठकर दिनभर काम करने से पीठ, कमर और कंधों में दर्द होना आम बात हो गई है. जब ये दर्द बढ़ने लगते हैं, तो हमें डॉक्टर के पास जाना पड़ता है. अगर हम समय रहते अपनी मांसपेशियों को मजबूत करें तो इस तरह की तकलीफों से बचा जा सकता है. योगासन इस समस्या का एक आसान और प्रभावी समाधान है. सर्पासन को कई समस्याओं से निजात दिलाने में बेहद कारगर माना जाता है.
सर्पासन का एक और महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह किडनी की पथरी जैसी समस्याओं में राहत प्रदान करता है. इस आसन के अभ्यास से किडनी पर हल्का दबाव पड़ता है, जिससे किडनी के विषाक्त पदार्थ बाहर निकलने लगते हैं और उसकी कार्यक्षमता बेहतर होती है. साथ ही यह आसन छाती, कंधों और पेट की मांसपेशियों को फैलाता है, जिससे शरीर में खिंचाव आता है और ताकत बढ़ती है. इसके अलावा यह श्वसन तंत्र को भी मजबूत करता है, जिससे सांस लेने में आसानी होती है.
सर्पासन को करने का तरीका सरल है. सबसे पहले पेट के बल सीधे लेट जाएं और पैरों के बीच थोड़ी दूरी रखें. फिर दोनों हाथों को धीरे-धीरे छाती के पास लाएं और हथेलियों को जमीन पर टिकाएं. गहरी सांस लेते हुए नाभि के हिस्से को ऊपर उठाएं और सिर को पीछे की ओर झुकाकर छत या आसमान की ओर देखें. इस मुद्रा में शरीर की रीढ़ धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठती है. इस स्थिति में कुछ समय तक सांस लेते रहें और फिर धीरे-धीरे वापस शुरूआती स्थिति में आएं. इस प्रक्रिया को तीन से चार बार दोहराएं. नियमित अभ्यास से शरीर में लचीलापन बढ़ता है और तनाव कम होता है. यह आसन शरीर को फिट रखने का एक शानदार तरीका है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें
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