
Teeth Care: डॉक्टर आशीष भूषण के अनुसार, दांत गिरने पर उसे चिपकवाना खतरनाक हो सकता है और कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है. सही इलाज के लिए योग्य डॉक्टर से परामर्श लें और हर 6 महीने में चेकअप कराएं. जानिए सब कुछ……

दांतों में दिखाई दे यह लक्षण तो जल्दी कराए इलाज
- दांत गिरने पर झोलाछाप से इलाज न कराएं.
- दांत चिपकवाने से कैंसर का खतरा हो सकता है.
- हर 6 महीने में दांतों का चेकअप कराएं.
कन्नौज. कन्नौज के दांत विशेषज्ञ डॉक्टर आशीष भूषण बताते हैं कि जब दांत ढीले होकर गिरने लगते हैं, तो लोग अक्सर किसी भी डेंटल क्लीनिक पर जा कर मसाले लगवा ले कर दांत चिपकवा लेते हैं, जिससे कैंसर तक हो सकता है. इसके प्रमुख लक्षण हैं—चेहरे और मसूड़ों में सूजन, खाने में तकलीफ, और दुर्गंध. ऐसी स्थिति में जरुरत पड़ने पर दांत को मशीन से निकालना पड़ता है, जो और भी समस्याएं बढ़ा देता है. इसलिए इलाज प्रॉपर एक्सपर्ट डॉक्टर की निगरानी में कराएं और कम से कम छह महीने में एक बार अपने दांतों का चेकअप जरूर करवाएं.
दांत गिर जाने के बाद उसे दोबारा चिपकवाना सबसे बड़ी गलती होती है. कुछ अनट्रेंड लोग इसका फायदा उठाते हैं और जल्दी समाधान देने के लालच में बड़ी समस्या खड़ी कर देते हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, चिपके हुए दांत से कुछ समय बाद दर्द, मसूड़ों में सूजन, खाने में परेशानी, मुंह से बदबू जैसी समस्याएं शुरू हो जाती हैं. समय पर इलाज न हो तो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा भी हो सकता है. इसलिए दांत गिरने की स्थिति में तुरंत किसी सरकारी अस्पताल में योग्य डॉक्टर से परामर्श जरूर लें.
क्या बोले एक्सपर्ट डॉक्टर
डेंटल सर्जन डॉक्टर आशीष भूषण बताते हैं कि उनके पास ऐसे कई मरीज आते हैं जो दांत गिरने की समस्या से परेशान होते हैं. वह सलाह देते हैं कि दांत गिरने के बाद किसी झोलाछाप के पास जाकर दांत को चिपकवाना नहीं चाहिए. ऐसे मामलों में नजदीकी सरकारी अस्पताल जाकर योग्य डेंटल डॉक्टर से जांच और इलाज कराना जरूरी है. साथ ही, दांतों से जुड़ी किसी गंभीर समस्या से बचने के लिए हर 6 महीने में एक बार डेंटल चेकअप जरूर करवाना चाहिए.
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