Cold Drinks Harmful Effects: गर्मी से निजात पाने के लिए लोग ठंडी चीजें खाना-पीना पसंद करते हैं. इस मौसम में कोल्ड ड्रिंक्स की डिमांड काफी बढ़ जाती है, क्योंकि कई लोग रोज कोल्ड ड्रिंक की कई बोतलें गटक जाते हैं. कोल्ड ड्रिंक पीने के बाद लोगों को गर्मी से राहत तो मिल सकती है, लेकिन इससे सेहत के लिए कई खतरे पैदा हो सकते हैं, जिनके बारे में जानकर आप चौंक जाएंगे. कोल्ड ड्रिंक्स में कई ऐसे तत्व होते हैं, जो आपको कम उम्र में ही गंभीर बीमारियों का मरीज बना सकते हैं. गर्मियों में हद से ज्यादा कोल्ड ड्रिंक्स पीने के नुकसान जान लेते हैं.
हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो कोल्ड ड्रिंक्स में शुगर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. एक नॉर्मल 300 मिलीलीटर की कोल्ड ड्रिंक में 8-10 चम्मच चीनी हो सकती है, जो डेली लिमिट से कहीं ज्यादा है. ज्यादा चीनी का सेवन मोटापे का कारण बनता है, क्योंकि यह कैलोरी को तेजी से बढ़ाता है. गर्मियों में लोग अक्सर कई बार कोल्ड ड्रिंक्स पी लेते हैं, जिससे अनजाने में कैलोरी की मात्रा बढ़ जाती है. मोटापा न केवल शारीरिक को प्रभावित करता है, बल्कि डायबिटीज, हार्ट डिजीज और जॉइंट प्रॉब्लम्स का खतरा भी बढ़ाता है. इसलिए गर्मियों में कोल्ड ड्रिंक्स का सीमित मात्रा में सेवन करना जरूरी है.
कोल्ड ड्रिंक्स में मौजूद कार्बोनिक एसिड और फॉस्फोरिक एसिड दांतों के इनेमल को कमजोर करते हैं. नियमित रूप से इनका सेवन करने से दांतों में सड़न, कैविटी और संवेदनशीलता की समस्या हो सकती है. कुछ कोल्ड ड्रिंक्स में मौजूद फॉस्फोरिक एसिड शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को रोकता है, जिससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं. खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह जोखिम ज्यादा है, क्योंकि उनकी हड्डियां पहले ही नाजुक होती हैं. गर्मियों में ठंडक के लिए कोल्ड ड्रिंक्स की जगह नारियल पानी या नींबू पानी बेहतर विकल्प हैं.
ज्यादा कोल्ड ड्रिंक्स पीने से पाचन तंत्र पर भी बुरा असर पड़ता है. इससे पेट में ऐंठन, अपच और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इन ड्रिंक्स में मौजूद आर्टिफिशियल स्वीटनर और प्रिजर्वेटिव्स पाचन एंजाइम्स को प्रभावित करते हैं, जिससे पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है. लंबे समय तक इसका सेवन करने से गैस, एसिडिटी और आंतों की समस्याएं बढ़ सकती हैं. आयुर्वेद के अनुसार गर्मियों में गर्म या सामान्य तापमान के पेय पाचन के लिए बेहतर होते हैं. कोल्ड ड्रिंक्स गर्मियों में डिहाइड्रेशन का कारण बन सकती हैं. इनमें मौजूद कैफीन और चीनी शरीर से पानी को बाहर निकालते हैं, जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ता है.
कोल्ड ड्रिंक्स में मौजूद आर्टिफिशियल कलर्स, फ्लेवर्स और केमिकल्स शरीर की इम्यूनिटी को कमजोर करते हैं. ज्यादा चीनी का सेवन शरीर में सूजन को बढ़ाता है, जो इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है. गर्मियों में जब वायरल इन्फेक्शन और बैक्टीरिया का खतरा ज्यादा होता है, तब कमजोर इम्यूनिटी बीमारियों का जोखिम बढ़ा देती है. इसके बजाय विटामिन सी से भरपूर नींबू पानी, पुदीने का शरबत या हर्बल टी जैसे पेय इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं. ये प्राकृतिक पेय न केवल ठंडक देते हैं, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद हैं.
गर्मियों में ठंडक पाने के लिए कोल्ड ड्रिंक्स की जगह प्राकृतिक और स्वस्थ पेय चुनना बेहतर है. नारियल पानी, नींबू पानी, छाछ, पुदीने का शरबत या फलों से बना ताजा जूस न केवल शरीर को हाइड्रेट करते हैं, बल्कि पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं. अगर आपको कोल्ड ड्रिंक्स पीने की आदत है, तो इसे धीरे-धीरे कम करें और सादा पानी पीने की आदत डालें. गर्मियों में सेहत को प्राथमिकता देना जरूरी है, क्योंकि ज्यादा कोल्ड ड्रिंक्स पीने से न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है. स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार और प्राकृतिक पेय को अपनाएं और कोल्ड ड्रिंक्स को सीमित मात्रा में ही लें.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)