Excess black salt intake poses serious health risks experts warn know 5 disadvantege in hindi | क्या आप भी अधिक खाते हैं सेंधा और काला नमक? तुरंत हो जाएं सावधान, वरना बड़े और बच्चे सभी होंगे इन बीमारियों के शिकार!
Black Salt Health Risks: काला नमक यानी जिसे सेंधा नमक कहा जाता है. इसका हर भारतीय रसोई में खास महत्व होता है. यह स्वाद और सेहत के लिए फायदेमंद है. कई लोग इसे सफेद नमक को स्वस्थ विकल्प मानते हैं, पर ऐसा बिलकुल नहीं है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि काले नमक ज्यादा सेवन करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है? जी हां, हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, हम में से कई लोग सेहत के फायदे के लिए अधिक मात्रा में काला नमक खाना शुरू कर देते हैं. लेकिन आपको बता दूं कि ऐसा करना सेहत के लिए ठीक नहीं है. क्योंकि, इसमें 98% सॉल्ट और 2% मिनरल होता है. अधिक मात्रा में काला नमक खाना नुकसानदायक हो सकता है. अब सवाल है कि आखिर काला नमक अधिक मात्रा में क्यों नहीं खाना चाहिए? अधिक सेंधा नमक खाने के नुकसान क्या हैं? हमें हमें सफेद नमक का सेवन जरूर करना चाहिए? इस बारे में जानने के लिए News18 ने कैलाश दीपक हॉस्पिटल की सीनियर डाइटिशियन ऋचा शर्मा से बात की-
क्यों खाएं सफेद नमक
एक्सपर्ट के मुताबिक, हमें सफेद नमक का सेवन सीमित मात्रा में जरूर करना चाहिए. क्योंकि, सफेद नमक में आयोडीन होता है, जो थायराइड के लिए ज़रूरी है. यह थायराइड गॉइटर जैसी बीमारियों को रोकने में मदद करता है. इसके अलावा, सफेद नमक शरीर में पानी की मात्रा को बनाए रखने में मदद करता है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं होती है.
अधिक मात्रा क्यों न खाएं सेंधा नमक
सेंधा नमक और काला नमक जैसे अन्य नमक भी हैं, जिनमें कुछ अतिरिक्त लाभ हो सकते हैं. उदाहरण के लिए, सेंधा नमक में अधिक खनिज होते हैं, और काला नमक पाचन में सुधार करता है. लेकिन, अधिक मात्रा में काला नमक खाने से पेट में संक्रमण और बच्चों के ग्रोथ के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
अधिक काला नमक खाने नुकसान
बच्चों का ग्रोथ: अधिक मात्रा में काला या सेंधा नमक खाने से बच्चे की ग्रोथ पर भी असर पड़ सकता है. एक्सपर्ट के मुताबिक, सेंधा नमक में आयोडीन नहीं होता है इसलिए इसके नुकसान बच्चों से लेकर बड़ों तक की सेहत पर निगेटिव असर देखने को मिलते हैं. साथ ही, कंजेनिटल डिजीज भी बढ़ सकती हैं.
प्रेग्नेसी में धातक: प्रेग्नेंसी में आयोडीन की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. ऐसे में यदि वह महिला सेंधा नमक खाती हैं तो वह हाइपोथायरायडिज्मा की बीमारी हो सकती है. साथ ही, अबॉर्शन के भी जोखिम बढ़ सकता है. इसके डिएडवांटेज 1960 में अधिक देखे जाते थे. यानी लोगों के गले में सूजन के मामले अधिक देखे जाते थे.
दांतों के लिए नुकसानदायक: काले नमक के सबसे आम साइड इफ़ेक्ट में से एक यह है कि अगर इसे ज़्यादा मात्रा में खाया जाए तो यह पेट में संक्रमण का कारण बन सकता है. इसमें फ्लोराइड और दूसरे रसायन होते हैं, जो ज़्यादा मात्रा में सेवन करने पर मतली, उल्टी और पेट से जुड़ी दूसरी समस्याओं का कारण बन सकते हैं.
थायरॉइड डिसफंक्शन: आयोडीन थायराइड के समुचित कार्य के लिए एक महत्वपूर्ण तत्व है. हालांकि, काला नमक आयोडीन युक्त नहीं होता है, यही वजह है कि काले नमक के नियमित सेवन से आयोडीन की कमी हो सकती है, जो हाइपोथायरायडिज्म या गण्डमाला सहित थायराइड की शिथिलता में योगदान कर सकता है.
गुर्दे की पथरी: नमक का अधिक सेवन मूत्र में कैल्शियम की मात्रा को बढ़ाता है, जो कैल्शियम-आधारित किडनी स्टोन के विकास को बढ़ावा दे सकता है. जोखिम को कम करने के लिए, संयमित रूप से काला नमक का सेवन करना और अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है.