Ghazipur famous pakodas: करीब 80 साल पहले मुलायम चौहान के दादा-परदादा ने इस दुकान की नींव रखी थी. मुलायम चौहान आज भी उसी रेसिपी को संभाले हुए है ना मसालों का नाप बदला, ना पकाने का तरीका. उनका कहना है. हमारी प्य…और पढ़ें
करीब 80 साल पहले मुलायम चौहान के दादा-परदादा ने इस दुकान की नींव रखी थी. मुलायम चौहान आज भी उसी रेसिपी को संभाले हुए है ना मसालों का नाप बदला, ना पकाने का तरीका. उनका कहना है. हमारी प्याज़-आलू मिक्स पकौड़ी हमारी पहचान है. यह शुरू से ही परंपरा में है.
दुकान की लोकप्रियता का आलम यह है कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख नेता ओमप्रकाश राजभर खुद यहां आकर पकौड़ी खाते है. न कोई राजनीतिक कार्यक्रम, न कोई दिखावाबस साधारण-सी कुर्सी पर बैठकर, मिर्च के साथ गरमागरम पकौड़ी का आनंद लेते है. स्थानीय लोग कहते है कि राजभर जी जब भी मरदह आते है, चौहान पकौड़ी वाला उनकी लिस्ट में सबसे ऊपर होता है.
स्वाद में अलग मजा
यहां रोज़ाना करीब 500 लोग पकौड़ी खाने आते है. खास बात यह है कि पकौड़ी कम तेल में तली जाती है, जिससे यह हल्की और कुरकुरी रहती है. जहां आमतौर पर पकौड़ी के साथ हरी चटनी या इमली की चटनी दी जाती है, वहीं यहां इसके साथ मोटा हरी मिर्च परोसी जाती है. जो स्वाद में तीखापन और अलग पहचान देती है. एक 70 वर्षीय बुजुर्ग ग्राहक बताते है, इनकी पकौड़ी में कुछ ऐसा है कि रोज़ खाने का मन करता है. आलू हल्का-सा कच्चा-भुना रहता है, जिससे स्वाद में एकदम अलग मज़ा आता है.
स्वाद और विरासत का संगम
मरदह का यह चौहान पकौड़ी वाला सिर्फ एक दुकान नहीं, बल्कि स्वाद और विरासत का संगम है. यहां की महक, भीड़, और गर्म पकौड़ी की थाल,सब मिलकर इसे गाजीपुर का एक आइकॉनिक स्ट्रीट फूड स्पॉट बना देते है.


