
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर राजनीतिक खरीद-फरोख्त का सहारा लेने और दूसरे दलों की निर्वाचित राज्य सरकारों को अस्थिर करने का बृहस्पतिवार को आरोप लगाया।
जोधपुर के पांच दिवसीय दौरे पर आए गहलोत ने अपने आरोप को दोहराया कि भाजपा ने उनके कार्यकाल के दौरान राजस्थान सरकार को गिराने का असफल प्रयास किया।
गहलोत ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, ‘‘उन्होंने मध्यप्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में सरकारें गिरा दीं, लेकिन राजस्थान में विफल रहे। उन्होंने हमारी पार्टी के सदस्यों को धन राशि बांटी। मेरे पास इसका सबूत है।’’
उन्होंने इस साजिश के पीछे तीन केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और गजेंद्र सिंह शेखावत का हाथ होने की बात कही।
गहलोत ने दावा किया, ‘‘अगर आज लोकतंत्र खत्म हो गया, तो इस देश का क्या होगा? उन्होंने राजनीतिक खरीद-फरोख्त और निर्वाचित सरकारों को गिराने का सहारा लिया, ऐसे में लोकतंत्र कैसे कायम रहेगा? विडंबना यह है कि वे संविधान दिवस भी मनाते हैं।’’
गहलोत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि जिन्होंने कभी संविधान या इसके निर्माता का सम्मान नहीं किया, वे अब इसे बचाने का ढोंग कर रहे हैं।
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