दक्षिण-पश्चिम मानसून ने अपनी रफ्तार पकड़ ली है और देश के ज्यादातर हिस्सों में इसने अब दस्तक दे दी है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 22 से 28 जून 2025 तक दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, और मध्य प्रदेश सहित देश के कई हिस्सों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. मानसून की सक्रियता के कारण इन राज्यों में तेज हवाओं, आकाशीय बिजली, और गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में कमी आएगी और गर्मी से राहत मिलेगी.
IMD की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, चक्रवाती हवाओं और निम्न दबाव के क्षेत्रों ने मानसून को और मजबूत किया है, जिसका असर अगले एक हफ्ते तक देश के विभिन्न हिस्सों में देखने को मिलेगा. आइए, दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, और मध्य प्रदेश के मौसम पूर्वानुमान पर विस्तार से नजर डालें, जहां मानसून की मेहरबानी और चुनौतियां दोनों सामने हैं…
एमपी में बेहद भारी बारिश का अनुमान
मध्य भारत में बारिश का सबसे तेज असर मध्य प्रदेश पर दिखाई देगा, जहां 23 और 24 जून को पश्चिमी हिस्सों में कुछ स्थानों पर बेहद भारी बारिश (20 सेमी से अधिक) का अनुमान है. वैसे पूरे मध्य प्रदेश में ही 22 से 26 जून के बीच रुक-रुककर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. इस दौरान गरज के साथ 40 से 50 किलोमीटर कर रफ्तार से तेज हवाएं भी चलेंगी, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है.
बिहार और झारखंड में 22 से 25 जून तक लगातार भारी बारिश होने का अनुमान है. बिहार में 23 जून को कुछ इलाकों में बहुत भारी वर्षा भी हो सकती है. इन राज्यों में नदियों के जलस्तर में वृद्धि और स्थानीय बाढ़ की स्थिति से इनकार नहीं किया जा सकता. झारखंड के कुछ हिस्सों में आकाशीय बिजली की घटनाएं भी हो सकती हैं, इसलिए प्रशासन ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
पश्चिम यूपी के लिए अलर्ट
उत्तर प्रदेश में भी 22 से 26 जून के बीच पश्चिमी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है, खासतौर पर 24 और 25 जून को वेस्ट यूपी में अधिक तीव्रता देखने को मिल सकती है. बारिश के साथ तेज़ हवाएं और बिजली गिरने की भी संभावना है. पूर्वी राजस्थान से सटी सीमा क्षेत्रों पर भी मौसम का असर देखा जा सकता है.
दिल्ली और हरियाणा में भी 22 और 25 जून को कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. इस दौरान हल्की आंधी के साथ तेज़ बारिश का दौर बना रहेगा, जिससे तापमान में गिरावट तो होगी, लेकिन जलजमाव और ट्रैफिक जैसी परेशानियां भी सामने आ सकती हैं.
झारखंड और विदर्भ के क्षेत्रों में 25 और 26 जून को भारी बारिश की संभावना है, वहीं ओडिशा और पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी हिस्सों में 24 से 27 जून के बीच बहुत भारी वर्षा हो सकती है. इन राज्यों में भी मौसम के मद्देनज़र सतर्कता बरतने की जरूरत है.
अभी मानसून सक्रिय चरण में है और IMD की रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि अगले एक हफ्ते तक उत्तर भारत और मध्य भारत के कई हिस्सों में बारिश का जोर बना रहेगा. आम लोगों और स्थानीय प्रशासन से यह अपेक्षा की गई है कि वे मौसम विभाग के अलर्ट को गंभीरता से लें और आवश्यक सुरक्षा उपाय अपनाएं, ताकि किसी भी आपदा की स्थिति से निपटा जा सके.