टॉलीवुड हर साल लगभग 300 से अधिक फिल्मों का निर्माण करती है, जिसमें एक बड़ा हिस्सा तेलुगू सिनेमा का होता है। लेकिन, सिर्फ संख्या नहीं, बल्कि पूरे अच्छे सिनेमेटिक और ग्राफिक्स और टेक्नोलॉजी से टॉलीवुड पूरे विश्व में अपनी जगह बना रहा है। स्टोरी लाइन से लेकर, कॉस्ट्यूम, कैमरा, ग्राफिक्स, सिनेमेशन और सही भाषा का प्रयोग कर रहा है। आपको बता दें, यह बदलाव मुख्य रूप से 2015 में आई फिल्म ‘बाहुबली: द बिगनिंग’ से शुरू हुआ।
टॉलीवुड में किस तरह की फिल्में बनी हैं?
आरआरआर (RRR) – ‘बाहुबली’ की सफलता के बाद, राजामौली ने ‘आरआरआर’ के साथ इस ट्रेंड को और मजबूत किया। इसने न केवल भारत में रिकॉर्ड तोड़ कमाई की, बल्कि पश्चिमी देशों के दर्शकों का भी ध्यान आकर्षित किया। फिल्म के गाने ‘नाटू-नाटू’ को ऑस्कर मिला। भारतीय सिनेमा के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था।
पुष्पा (Pushpa) – 2024 में हुई बांड्रेडी सुकुमार द्वारा निर्देशित दो-भाग की एक्शन फिल्म पुष्पा आज भी लोगों के जहन में है। इस फिल्म में अल्लू अर्जुन ने मुख्य भूमिका निभाई है।
टॉलीवुड क्यों हो रहा है सुपरहिट?
टॉलीवुड की फिल्मों की सफलता केवल एक या दो हिट फिल्मों तक सीमित नहीं है। टॉलीवुड में आम लोगों की भावनाएं और फिर एक्टर का दमदार एक्शन को सराहा गया है। जो लोगों को अपने निजी जीवन से जोड़ता है। टॉलीवुड ने न सिर्फ भारतीय सिनेमा का स्वरूप बदला है, बल्कि इन फिल्मों ने नए विचार, मार्केटिंग, ग्राफिक्स, स्टोरी लाइन है। जिसने पूरा भारतीय सिनेमा को एक नया रूप दे रहा है।


