नई दिल्ली (General Knowledge, Medical Terms). आज के समय में हर किसी को हेल्थ और मेडिकल से जुड़े बेसिक्स पता होने चाहिए. मेडिकल टर्म्स को समझना न केवल डॉक्टर के साथ बातचीत को आसान बनाता है, बल्कि इमर्जेंसी स्थिति में सही निर्णय लेने में भी मदद करता है. जनरल नॉलेज के तौर पर हर किसी को मेडिकल के कुछ बेसिक टर्म्स पता होने चाहिए. ये शब्द रोजमर्रा के हेल्थ डिस्कशंस, दवाओं और बीमारियों से जुड़े हुए हैं.
इन शब्दों में बीपी, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल जैसे सामान्य टर्म्स से लेकर सीपीआर, वैक्सीन और स्ट्रोक जैसे सीरियस मेडिकल टर्म्स शामिल हैं. ये न केवल हेल्थ अवेयरनेस बढ़ाते हैं, बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं और
सामान्य ज्ञान के लिए भी उपयोगी हैं. इन्हें समझने से आप चिकित्सा क्षेत्र के बेसिक कॉन्सेप्ट आसानी से ग्रहण कर सकते हैं और पर्सनल लाइफ में भी बेहतर हेल्थ मैनेजमेंट कर सकते हैं. जानिए 20 ऐसे मेडिकल टर्म्स, जिनका आज-कल बहुत इस्तेमाल किया जाता है.
Medical Terminology: मेडिकल के 20 बेसिक शब्द और उनके अर्थ
मेडिकल शब्दावली काफी जटिल होती है. लेकिन कुछ बुनियादी शब्द समझकर अपनी जिंदगी आसान बनाई जा सकती है.
1. बीपी (ब्लड प्रेशर)- रक्त का धमनियों पर दबाव.
सामान्य: 120/80 mmHg, इससे ज्यादा (हाइपरटेंशन) या कम (हाइपोटेंशन) बीपी स्वास्थ्य समस्याएं दर्शाता है.
2. बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स)- वजन और ऊंचाई के आधार पर शरीर की चर्बी का माप. सामान्य: 18.5-24.9. इससे मोटापा या कम वजन का पता चलता है.
3. हाइपरटेंशन- हाई ब्लड प्रेशर, यह हृदय रोग का कारण बन सकता है. इसे नियमित जांच और दवाओं से नियंत्रित किया जाता है.
4. डायबिटीज- शरीर में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ना. टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज आम हैं, जो इंसुलिन से संबंधित हैं. इनके अलावा अब टाइप 1.5 डायबिटीज के मरीज भी सामने आ रहे हैं.
5. इम्यून सिस्टम- शरीर की रक्षा प्रणाली. यह आपको बीमारियों से बचाती है. कमजोर इम्यूनिटी बीमारियों का जोखिम बढ़ाती है.
6. एलर्जी- किसी पदार्थ (जैसे पराग, खाद्य) के प्रति शरीर की असामान्य प्रतिक्रिया. खुजली, छींक या सूजन जैसे लक्षणों से इसका पता लगा सकते हैं.
7. एंटीबायोटिक- बैक्टीरियल संक्रमण को ठीक करने वाली दवाएं. इन्हें डॉक्टर की सलाह पर ही लेना चाहिए. अपने मन से लेने की भूल न करें.
8. इन्फेक्शन- बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण होने वाली बीमारी. जैसे, सर्दी या फ्लू.
9. कोलेस्ट्रॉल- रक्त में मौजूद वसा. हाई कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग का जोखिम बढ़ाता है. HDL (अच्छा) और LDL (बुरा) इसके प्रकार हैं.
10. एनीमिया- लाल रक्त कोशिकाओं या हीमोग्लोबिन की कमी. इससे थकान और कमजोरी होती है.
12. वैक्सीन- रोगों से बचाव के लिए दी जाने वाली दवा. इससे इम्यूनिटी बढ़ती है. जैसे, पोलियो वैक्सीन, कोरोना वैक्सीन आदि.
13. मेटाबॉलिज्म- शरीर में भोजन को ऊर्जा में बदलने की प्रक्रिया. धीमा मेटाबॉलिज्म वजन बढ़ने का कारण बन सकता है.
14. डायग्नोसिस- रोग की पहचान करने की प्रक्रिया. जैसे, टेस्ट और लक्षणों के आधार पर किसी बीमारी का पता लगाना.
15. प्रिस्क्रिप्शन- डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं का लिखित निर्देश. इसका सही ढंग से पालन करना जरूरी है.
16. स्ट्रोक- मस्तिष्क में रक्त प्रवाह रुकने या रक्तस्राव से होने वाली गंभीर स्थिति. लक्षणों में लकवा या बोलने में कठिनाई शामिल है.
17. इमरजेंसी- कोई भी ऐसी स्थिति, जिसमें तत्काल चिकित्सा की जरूरत होती है, जैसे हार्ट अटैक.
18. थायरॉइड- गले में मौजूद ग्रंथि, जो मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करती है. हाइपोथायरॉइडिज्म (कम) और हाइपरथायरॉइडिज्म (अधिक) इसके टाइप्स हैं.
19. एक्स-रे- हड्डियों या इंटरनल ऑर्गन्स की जांच के लिए इस्तेमाल होने वाली इमेजिंग तकनीक.
20. सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन)- हृदय गति रुकने पर दी जाने वाली आपातकालीन प्रक्रिया, जिसमें छाती दबाना और सांस देना शामिल है.
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