
भारत के पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी ने अंडमान सागर में बड़ी तेल खोज की संभावना जताई, जो गुयाना के स्टैब्रोक ब्लॉक जैसी हो सकती है. गुयाना में क्या हुआ था, कितना तेल मिला था और उसने कैसे गुयाना की किस्मत बदल डा…और पढ़ें

हाइलाइट्स
- अंडमान सागर में बड़ी तेल खोज की संभावना
- गुयाना में तेल खोज से देश की अर्थव्यवस्था में उछाल
- गुयाना की जीडीपी 5 साल में 5.02 बिलियन से 24.7 बिलियन डॉलर हुई
भारत के पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप पुरी ने हाल ही में गुयाना (Guyana) देश का नाम लिया. उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा किया कि भारत अंडमान सागर में एक बड़ी तेल खोज के काफी करीब पहुंच चुका है. यह खोज गुयाना के स्टैब्रोक ब्लॉक जैसी हो सकती है, जहां 11.6 अरब बैरल तेल के भंडार मिले थे. उन्होंने यह भी कहा कि अंडमान क्षेत्र में लगभग 1,84,440 करोड़ लीटर कच्चे तेल की क्षमता हो सकती है. अगर यह तेल भंडार वाकई धरातल पर आता है, तो भारत की मौजूदा 3.7 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी को 20 ट्रिलियन तक पहुंचने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा. इस बारे में आपने रिपोर्ट्स पढ़ ली होंगी. लेकिन क्या आप जानते हैं गुयाना में किस तरह का चमत्कार हुआ था, जिसका उदाहरण पेट्रोलियम मंत्री ने दिया? चलिए जानते हैं-
2025 में इसने “गोल्डन एरोहेड” नाम का एक नया तेल ग्रेड भी पेश किया. बताया गया है कि इस तेल की क्वालिटी बहुत अच्छी है. यह काफी हल्का है और इसे रिफाइन करना काफी आसान है. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में इसकी काफी मांग है.
कैसे बदल गई इकॉनमी
अमेरिका भर-भरकर खरीद रहा तेल
इस तेल भंडार ने अंतरराष्ट्रीय राजनीति में भी गुयाना को एक नया मुकाम दिलाया है. अमेरिका जैसे देश अब इससे तेल खरीद रहे हैं. 2025 में ही अमेरिका ने 1.48 लाख बैरल प्रतिदिन गुयाना से मंगवाया. हालांकि, इस सबके बीच गुयाना और वेनेज़ुएला के बीच ज़मीन को लेकर विवाद भी तेज़ हो गया है. ‘एसेक्विबो’ नाम के क्षेत्र पर दोनों देश दावा कर रहे हैं, जिससे क्षेत्र में तनाव और चुनावी टकराव भी बढ़ गए हैं.
मलखान सिंह पिछले 16 वर्षों से ख़बरों और कॉन्टेंट की दुनिया में सक्रिय हैं. प्रिंट मीडिया से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई नामी संस्थानों का नाम प्रोफाइल में जुड़ा है. ढाई साल से News18Hindi के साथ काम कर …और पढ़ें
मलखान सिंह पिछले 16 वर्षों से ख़बरों और कॉन्टेंट की दुनिया में सक्रिय हैं. प्रिंट मीडिया से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई नामी संस्थानों का नाम प्रोफाइल में जुड़ा है. ढाई साल से News18Hindi के साथ काम कर … और पढ़ें
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