
कांवड़ समितियों के लिए अच्छी खबर यह है कि शिविर के लिए आवेदन 30 जून से 5 जुलाई 2025 तक हर दिन सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक स्वीकार किए जाएंगे. ये आवेदन पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर लिए जाएंगे. आवेदन ऑनलाइन गूगल फॉर्म के जरिए जमा होंगे, जिसका लिंक सभी जिलाधिकारियों के पास उपलब्ध है. समितियों को सलाह दी गई है कि वे कैबिनेट के नियमों के मुताबिक ही आवेदन करें, ताकि कोई दिक्कत न हो.
दिल्ली सरकार ने इस बार सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया है. हर जिले में जिलाधिकारी अपने अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) के नेतृत्व में इस सिस्टम को लागू करेंगे. इसका मतलब है कि शिविर के लिए जरूरी सभी अनुमतियां और एनओसी (No Objection Certificate) एक ही जगह से मिलेंगी. दिल्ली सरकार का अफसरों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि आवेदन जमा करने के 72 घंटे के अंदर कार्रवाई पूरी हो जाए.
नोडल अधिकारी रखेंगे नजर
हर जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा, जो आवेदनों की निगरानी करेगा और समितियों की समस्याओं का तुरंत समाधान करेगा. यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी काम अटके नहीं और शिविर समय पर शुरू हो सकें. साथ ही, कांवड़ शिविरों को बेहतर बनाने के लिए दिल्ली पुलिस, ट्रैफिक पुलिस, जल बोर्ड, नगर निगम, डीडीए, स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन, बिजली, पीडब्ल्यूडी और ट्रांसपोर्ट जैसे सभी जरूरी विभागों को एक साथ काम करने का निर्देश दिया गया है.
सुरक्षा और व्यवस्था पर जोर
जिलाधिकारी इन विभागों के साथ नियमित बैठक करेंगे, ताकि मंजूरियां समय पर मिलें और भक्तों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े. समितियों को सीसीटीवी कैमरे जैसी जरूरी व्यवस्थाएं करनी होंगी, जिनकी जांच जिलाधिकारी करेंगे. अगर कोई कमी पाई गई, तो इसका असर उपयोगिता प्रमाण पत्र (UC) पर पड़ सकता है.
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