
Telangana Government on Human Trafficking: तेलंगाना के आसिफाबाद जिले से दो दलित महिलाओं को बेचे जाने का मामला सामने आने के बाद राज्य सरकार ने महिला तस्करी रोकथाम के लिए एक विशेष सेल गठित करने की घोषणा की है. यह निर्णय एक व्यापक मानव तस्करी नेटवर्क के उजागर होने के बाद लिया गया है. इस मामले में शामिल नौ आरोपियों में से अब तक छह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
धोखे से मध्य प्रदेश भेजकर महिलाओं को बेचा
पुलिस के मुताबिक, तेलंगाना के आसिफाबाद जिले के वाडीगोंडी गांव की 22 साल की एक युवती पिछले एक साल से लापता थी. उसके आधार कार्ड के अपडेशन के दौरान मध्य प्रदेश का पता और संपर्क नंबर मिलने पर ही इस मामले का खुलासा हुआ. इसी तरह, आसिफाबाद जिला मुख्यालय अंतर्गत 25 साल की एक अन्य महिला को भी धोखे से मध्य प्रदेश भेज दिया गया था.
जब पुलिस ने इस मामले में गहनता से जांच की तो चौंकाने वाला तथ्य सामने आया. पुलिस को पता चला कि इन दोनों महिलाओं को क्रमशः 1.30 लाख और 1.10 लाख रुपये में बेचा गया था.
फरार तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने टीम भेजी एमपी
मामले में जुड़े छह आरोपियों की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है, अब पुलिस ने शेष तीन फरार आरोपियों की तलाश के लिए मध्य प्रदेश में एक विशेष टीम भेजी है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में चार स्थानीय महिलाएं शामिल हैं, जिन पर पीड़िताओं का विश्वास जीतकर उन्हें फंसाने का आरोप है. पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय हो सकता है और इसने एक व्यापक नेटवर्क विकसित किया होगा.
मामले से जुड़े कुल 9 आरोपियों में से 5 महिलाएं शामिल
आरोपियों के बारे में विस्तृत जानकारी से पता चलता है कि इनमें पांच महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं. इनमें तीन आरोपी मध्य प्रदेश के, दो मंचेरियल जिले के और चार आसिफाबाद जिले के निवासी हैं. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने एक विशेष जांच टीम का गठन किया है. डीएसपी रामानजम ने इस संबंध में कहा कि पुलिस मानव तस्करी के इस नेटवर्क को पूरी तरह से उजागर करने के लिए प्रतिबद्ध है.
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