
China Economy: चीन के इंडस्ट्रियल सेक्टर को मई 2025 में बड़ा झटका लगा क्योंकि पिछले एक साल के मुकाबले मुनाफे में 9.1 परसेंट तक की गिरावट आई. जबकि इससे महीने पहले अप्रैल में मुनाफे में 3 परसेंट की गिरावट आई थी. शुक्रवार को नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (NBS) की डेटा में इस बात का खुलासा हुआ कि कमजोर घरेलू मांग और अमेरिकी टैरिफ के चलते मैन्युफैक्चररर्स पर दबाव बढ़ा है. मई में मुनाफा कम होने के चलते साल के पहले पांच महीनों का क्यूमूलेटिव परफॉर्मेंस भी कमजोर हो गया. बताया जा रहा है कि चीन के औद्योगिक लाभ में आई यह गिरावट 2018 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है.
आखिर क्यों चीन की हालत हुई पस्त?
जनवरी से मई तक औद्योगिक लाभ में 1.1 परसेंट की गिरावट आई है. जबकि जनवरी से अप्रैल के दौरान इसमें 4 परसेंट तक की तेजी आई थी. यानी कि सारा खेल एक ही महीने में खराब हुआ है. NBS में सीनियर स्टैटिसटीशियन यू वीनिंग ने कहा, मई में यह गिरावट घरेलू मांग में कमी, औद्योगिक वस्तुओं की गिरती कीमतें और सेक्टर में आए उतार-चढ़ाव के वजह से आई है. अप्रैल में अमेरिका के भारी-भरकम टैरिफ लगाए जाने के बाद कई कारखानों को मजबूरन अस्थायी रूप से काम बंद करना पड़ा. इससे प्रॉफिट मार्जिन में और गिरावट आई.
मई में दोनों देशों के बीच हुआ समझौता
भले ही मई के आखिर तक चीन और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता हो गया. दोनों देशों ने एक-दूसरे पर टैरिफ भी कम कर दिए. अमेरिका ने चीन पर 30 परसेंट और चीन ने अमेरिकी सामान के आयात पर 10 परसेंट का टैरिफ लगाया. 90 दिनों के लिए हुए इस समझौते का मकसद टैरिफ वॉर के असर को कम करना था. हालांकि, कई एक्सपोटर्स को हफ्तों तक प्रोडक्शन बंद रहने का खामियाजा भुगतना पड़ा.
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