
Jaat Actor Randeep Hooda Wedding Story: रणदीप हुड्डा ने रिलेशनशिप के कुछ वक्त बाद एक्ट्रेस लिन लैशराम से शादी कर ली थी. दोनों की शादी मणिपुरी रीति-रिवाजों के अनुसार हुई थी, जिसे निभाना रणदीप हुड्डा के लिए किसी चैलेंज से कम नहीं था. एक्टर की शादी सिविल वॉर के बीच हुई थी. रणदीप हुड्डा ने यादगार शादी से जुड़े किस्से सुनाए.
नई दिल्ली: रणदीप हुड्डा ने 2023 में गर्लफ्रेंड लिन लैशराम से मणिपुरी रीति-रिवाजों से शादी की थी. कपल की शादी की तस्वीरें तब काफी वायरल हुई थीं. एक्टर ने सिविल वॉर के बीच शादी की थी, इसलिए उन्हें अलग तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा था.

रणदीव हुड्डा ने मिड-डे को दिए इंटरव्यू में अपनी अनूठी शादी का अनुभव बयां किया. रणदीप ने लिन लैशराम से शादी से पहले उन्हें कुछ वक्त तक डेट किया था. उन्होंने अपनी शादी को ‘बिग ड्रामा’ बताते हुए खुलासा किया कि असम राइफल्स में उनके एक ब्रिगेडियर दोस्त ने मणिपुर में शादी प्लान करने में उनकी मदद की थी.

रणदीप ने याद करते हुए कहा कि वे 10-12 लोगों के साथ मणिपुर गए थे. वे वहां की संस्कृति और रीति-रिवाजों से वाकिफ नहीं थे. एक्टर ने बताया कि लिन ने उन्हें वीडियो दिखाकर सेरेमनी के कस्टम के बारे में पहले से बताने की कोशिश की थी.

रणदीप हुड्डा उस वक्त अपनी फिल्म ‘स्वतंत्र वीर सावरकर’ की एडिटिंग में व्यस्त थे. वे बोले, ‘हम वेडिंग सेरेमनी में पहुंचे. मेरे साथ एक हेल्पर था जो एक ट्यूटर की तरह था. एक बार दूल्हा अपने सिर पर चीजें रख लेता है, तो वह अपना सिर हिला नहीं सकता.’

रणदीप हुड्डा आगे कहते हैं, ‘आप सेरेमनी में जाते हैं और फिर वे आपको एक छाता और कटोरा देते हैं. फिर वे आपको एक जगह रुकने को कहते हैं, जहां सभी आकर आपसे मिलते हैं. आपको गरिमामय दिखना होता है.’ (फोटो साभार: Instagram@randeephooda)

रणदीप हुड्डा फिर कहते हैं, ‘जब आप एक बार मंडप में पहुंच जाते हैं, तो पंडितों के मंत्र उच्चारणों के बीच आपको हिलना नहीं होता है. हेल्पर मुझे टोकता और कहता कि मुझे बेहतरीन दिखना है. आज तुम भगवान हो. मुझे करीब 2 घंटे तक पीठ सीधी और सिर ऊंचा करके बैठना पड़ा था.’ (फोटो साभार: Instagram@randeephooda)

रणदीप हुड्डा ने बताया कि उन्होंने हेल्पर से कटोरे के मकसद के बारे में पूछा, तो वे बोले कि अगर आपको पेशाब आए, तो छाता खोलकर कर लें. आपको यहां से हिलने की मनाही है, क्योंकि आप भगवान हो.’ (फोटो साभार: Instagram@randeephooda)

रणदीप ने आखिर में कहा, ‘हरियाणवी और मणिपुरी कल्चर काफी अलग हैं. उसने बहुत ज्यादा गोल्ड पहना हुआ था और मैंने सोचा कि चलो एक पिक्चर यहीं बन गई. वहां सिविल वॉर चल रहा था. फेरे खत्म होने के तुरंत बाद आसमान में सैंकड़ों एके-47 गरजने लगी थीं.’ (फोटो साभार: Instagram@randeephooda)
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