
नई दिल्लीः राजेश खन्ना, जिन्हें प्यार से काका के नाम से जाना जाता है, वो भले ही हमारे बीच न हों लेकिन उनके स्टारडम के चर्चे हमेशा ही होते रहेंगे. चूंकि भारतीय सिनेमा के इतिहास के पन्नों पर उनका नाम बड़े अक्षरों में अंकित जो है. उन्हें भारतीय सिनेमा के पहले सुपरस्टार के रूप में क्रेडिट दिया जाता है, जिन्होंने लगभग 15 सिंगल हिट फिल्में दीं, जो एक ऐसा रिकॉर्ड जो आज भी बेजोड़ है. उनके बहुत सारे प्रशंसक थे, खासकर वे महिलाएं जिन्होंने उनके लिए बहुत कुछ किया, जैसे खून से पत्र लिखना और बहुत कुछ.
सवेरा में राजेश खन्ना संग किरण ने किया था काम
सवेरा में खन्ना के साथ काम करने वाले एक जाने- माने अभिनेता किरण कुमार ने एक बार दिवंगत स्टार के बारे में दिलचस्प बातें साझा की थीं. खन्ना की फिल्मों में कुछ बेहतरीन साउंडट्रैक थे, खासकर किशोर कुमार और आरडी बर्मन के साथ. वे अपनी अनूठी संवाद अदायगी, भावनात्मक तीव्रता और रोमांटिक स्क्रीन प्रेजेंस के लिए प्रसिद्ध हैं. सवेरा 1972 में रिलीज हुई थी, और उस समय के आसपास, कुमार ने राजेश के साथ बहुत समय बिताया, और तब उन्होंने देखा कि असली स्टारडम कैसा होता है.
सवेरा में खन्ना के साथ काम करने वाले एक जाने- माने अभिनेता किरण कुमार ने एक बार दिवंगत स्टार के बारे में दिलचस्प बातें साझा की थीं. खन्ना की फिल्मों में कुछ बेहतरीन साउंडट्रैक थे, खासकर किशोर कुमार और आरडी बर्मन के साथ. वे अपनी अनूठी संवाद अदायगी, भावनात्मक तीव्रता और रोमांटिक स्क्रीन प्रेजेंस के लिए प्रसिद्ध हैं. सवेरा 1972 में रिलीज हुई थी, और उस समय के आसपास, कुमार ने राजेश के साथ बहुत समय बिताया, और तब उन्होंने देखा कि असली स्टारडम कैसा होता है.
कुछ साल पहले सिद्धार्थ कन्नन के साथ अपन एक इंटरव्यू में किरण कुमार ने यह भी जिक्र किया कि कोई भी सितारा राजेश खन्ना के सुपरस्टारडम से मेल नहीं खा सकता है. हालांकि, उन्होंने जिक्र किया कि सलमान खान राजेश के बेजोड़ स्टारडम के करीब आते हैं, लेकिन फिर भी वे उतने नहीं हैं.
राजेश खन्ना के स्टारडम पर किरण कुमार
सवेरा स्टार ने काका की मेहमाननवाजी की तारीफ करते हुए कहा, ‘मैं सवेरा नाम की एक फिल्म पर काम कर रहा था. काका के सचिव इसे प्रोड्यूस कर रहे थे, काका ने इसे फंड किया था. यह मूल रूप से काका साहब की फिल्म थी. उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने उनके जैसा स्टारडम कभी नहीं देखा, मेरा विश्वास करें. सलमान खान उनके करीब हैं, लेकिन राजेश खन्ना जैसा स्टारडम किसी और के पास नहीं था. उनकी कार जहां भी पार्क होती, उस पर लिपस्टिक के निशान लग जाते.’ उनके कहने का मतलब है कि अभिनेता की फीमेल फैंस उनके लिए इतनी दिवानी होती थीं कि वे न दिखें तो उनकी कार को चूम लेती थीं और लिपिस्टिक के निशान छोड़ देती थीं.
सवेरा स्टार ने काका की मेहमाननवाजी की तारीफ करते हुए कहा, ‘मैं सवेरा नाम की एक फिल्म पर काम कर रहा था. काका के सचिव इसे प्रोड्यूस कर रहे थे, काका ने इसे फंड किया था. यह मूल रूप से काका साहब की फिल्म थी. उन्होंने आगे कहा, ‘मैंने उनके जैसा स्टारडम कभी नहीं देखा, मेरा विश्वास करें. सलमान खान उनके करीब हैं, लेकिन राजेश खन्ना जैसा स्टारडम किसी और के पास नहीं था. उनकी कार जहां भी पार्क होती, उस पर लिपस्टिक के निशान लग जाते.’ उनके कहने का मतलब है कि अभिनेता की फीमेल फैंस उनके लिए इतनी दिवानी होती थीं कि वे न दिखें तो उनकी कार को चूम लेती थीं और लिपिस्टिक के निशान छोड़ देती थीं.
राजेश खन्ना ने स्टारडम की विरासत छोड़ी
भारतीय सिनेमा के पहले सुपरस्टार, सबके चहेते काका का 2012 में निधन हो गया. उनकी मृत्यु के बाद भी, राजेश खन्ना का प्रभाव उनकी फिल्मों, उनकी शैली और एक ऐसे सितारे की स्थायी आभा के माध्यम से भारतीय फिल्म इतिहास में गहराई से अंकित है, जिसने कभी लाखों दिलों पर राज किया था.
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