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एक वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि पार्थो घोष के अंतिम संस्कार में कोई स्टार शामिल नहीं हुआ।
बॉलीवुड के जाने-माने फिल्म डायरेक्टर पार्थो घोष के निधन बाद के सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसको लेकर कहा जा रहा है कि ये वीडियो पार्थो घोष के अंतिम संस्कार से संबधित है। वीडियो में एक शख्स कह रहा है, “फिल्मी बॉलीवुड की साक्षात सच्चाई देखिए। ये पार्थो घोष जल रहे हैं। वही पार्थो घोष, जो कभी कहा करते थे- लाइट, कैमरा, एक्शन! जैकी श्रॉफ, नाना पाटेकर, श्री देवी, मिथुन जैसे दर्जनों कलाकार इनके लाइट, कैमरा, एक्शन अपना-अपना नौटंकी शुरू करते थे। वाह रे समाज सेवक! वाह रे राइटर एसोसिएशन! वाह रे फिल्मी दुनिया!”

डायरेक्टर पार्थो घोष के निधन बाद एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दी है और एक बार फिर बॉलीवुड पर भड़क गए। एक यूजर ने कहा, “संवेदना रहित संसार हो गया है।”

दूसरे ने कहा, “”बॉलीवुड लोभी और मतलबी लोगों का अड्डा है।”

एक अन्य यूजर ने कहा, “साधो, ये मतलबियों का देश है।”

बॉलीवुड पर निशाना साधते हुए एक यूजर ने कहा, “बॉलीवुड जैसी दिखती है वैसी है नहीं।”

बता दें कि पार्थो घोष का सोमवार को निधन हो गया। पार्थो घोष ने 90 के दशक में कई हिट फिल्में दीं। पार्थो घोष ने तीन दशक तक हिंदी और बंगाली सिनेमा में काम किया। वह ऐसे डायरेक्टर माने जाते थे, जो सामाजिक मुद्दों को भी अपनी फिल्मों में बड़ी खूबसूरती से पेश करते थे।
करियर की शुरुआत और हिट फिल्में पार्थो घोष ने करियर की शुरुआत 1985 में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर की थी। 1991 में आई फिल्म “100 डेज” से उन्होंने डायरेक्टर के तौर पर बड़ा ब्रेक पाया। यह फिल्म तमिल फिल्म “नूरवथु नाल” का रीमेक थी। फिल्म 100 डेज (1991), जिसमें माधुरी दीक्षित और जैकी श्रॉफ थे, सुपरहिट साबित हुई थी।

इसके बाद पार्थो घोष की फिल्म “दलाल” (1993), मिथुन चक्रवर्ती के साथ आई और उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में शामिल रही। “तीसरा कौन?” (1994) भी हिट रही। यह मलयालम फिल्म “नं.20 मद्रास मेल” का हिंदी रीमेक थी। इसके अलावा “अग्नि साक्षी” (1996), “गुलाम-ए-मुस्तफा” (1997) और “युगपुरुष” (1998) जैसी फिल्मों के लिए भी वह जाने जाते हैं।

फिल्म ‘अग्नि साक्षी’ में पार्थो घोष ने मनीष कोइराला के साथ काम किया था।
पार्थो घोष की फिल्म ‘अग्नि साक्षी’ को घरेलू हिंसा जैसे संवेदनशील विषय पर बनी सबसे बेहतरीन फिल्मों में गिना जाता है। इसमें मनीषा कोइराला, जैकी श्रॉफ और नाना पाटेकर ने मुख्य भूमिका निभाई थी। यह फिल्म न केवल हिट हुई थी, बल्कि इसे उस साल भारत की तरफ से ऑस्कर के लिए भी भेजा गया था। फिल्म “अग्नि साक्षी” के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए बेस्ट डायरेक्टर कैटेगरी में नॉमिनेट किया गया था।

बाद के सालों में भी एक्टिव रहे पार्थो घोष साल 2010 में पार्थो घोष ने “एक सेकंड… जो जिंदगी बदल दे?” और “रहमत अली” जैसी फिल्में डायरेक्ट कीं। 2018 में उन्होंने “मौसम इकरार के दो पल प्यार के” से वापसी की। इस रोमांटिक फिल्म में मदालसा शर्मा और अविनाश वाधवन लीड रोल में थे।
पार्थो घोष ने बंगाली सिनेमा और टीवी में भी काम किया पार्थो घोष ने कई बंगाली फिल्में और टीवी सीरियल भी बनाए। हिंदी सिनेमा में उन्होंने बंगाली एक्ट्रेस ऋतुपर्णा सेनगुप्ता को लॉन्च किया था।
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