
‘तुम फिल्मों में जाओ, हम दोनों फिल्मों में जाएंगे’
दिलीप कुमार ने अपने दोस्त को याद करते हुए बताया था, ‘हम एक ही शहर से थे. मेरा जन्म पेशावर में हुआ था, उनका (राज कपूर) भी वहीं हुआ था. हमारे परिवार एक-दूसरे को जानते थे. जब हम फुटबॉल खेलते थे, तो वह एक अच्छे गोलकीपर और रेफरी हुआ करते थे, खासकर जब हम ब्रिटिश आर्मी की टीमों के खिलाफ खेलते थे. वह हमेशा कहते थे, ‘तुम फिल्मों में जाओ, हम दोनों फिल्मों में जाएंगे.’ लेकिन मैं मना कर देता था क्योंकि उस समय फिल्मों में आने का सपना आम नहीं था. मैं उनसे कहता था, ‘तुम जाओ, तुम्हारे पिता (पृथ्वीराज कपूर) भी इसी फील्ड में हैं, तुम्हें उनके कदमों पर चलना चाहिए.’
रियल लाइफ में इनकी दोस्ती गहरी और सच्ची थी. दोनों के बीच में हंसी-मजाक खूब चलता था. फोटो साभार- रेडिट
‘मैंने कहा था न तुम यहां आओगे…’
साथ में की सिर्फ 1 फिल्म
इस बात पर यकीन करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन इन दोनों दिग्गजों ने सिर्फ एक ही फिल्म में साथ काम किया. 1949 में दोनों फिल्म ‘अंदाज’ में साथ में नजर आए थे. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर हिट रही, बल्कि हिंदी सिनेमा के इतिहास में मील का पत्थर साबित हुई.
फैंस के लिए प्रेरणा है दोनों की दोस्ती
दोनों कलाकारों की यह दोस्ती न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री के लिए, बल्कि उनके फैंस के लिए भी एक प्रेरणा बनी हुई है. आज भी उनकी यादें बॉलीवुड के स्वर्णिम इतिहास का हिस्सा हैं.
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