

अमेरिका को इस मामले में सावधान रहना चाहिए। 17 तारीख को ‘द डेली शो’ में आए बिल क्लिंटन ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि नेतन्याहू ईरान से लड़ते रहना चाहते हैं क्योंकि इससे उन्हें हमेशा के लिए सत्ता में बने रहने में मदद मिलेगी।
हमें ध्यान देना चाहिए कि नेतन्याहू पिछले 20 वर्षों में से अधिकांश समय तक पद पर रहे हैं। लेकिन मुझे लगता है कि अमेरिका को तनाव कम करने की कोशिश करनी चाहिए। मुझे विश्वास है कि ट्रम्प ऐसा करेंगे। मेरा मानना है कि जो भी राष्ट्रपति होगा, वह ऐसा ही करेगा। साथ ही, हमें मध्य पूर्व में अपने दोस्तों को आश्वस्त करने की ज़रूरत है कि हम उनके साथ खड़े रहेंगे और उनकी रक्षा करने की कोशिश करेंगे। लेकिन अघोषित युद्ध लोगों को प्रभावित करता है। वे युद्ध में राजनीतिक रूप से शामिल नहीं होते। वे एक सम्मानजनक जीवन जीना चाहते हैं। उन्होंने कहा, इसलिए युद्ध सही समाधान नहीं है।
बिल क्लिंटन की बात में सच्चाई है। युद्ध के कारण नेतन्याहू अब कई आरोपों से बच रहे हैं। उन पर भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और विश्वासघात जैसे तीन प्रमुख आरोप हैं। इन मामलों को ‘केस 1000’, ‘केस 2000’ और ‘केस 4000’ के नाम से जाना जाता है। नेतन्याहू और उनके परिवार को हॉलीवुड फिल्म निर्माता अर्नोन मिलचन और ऑस्ट्रेलियाई अरबपति जेम्स पैकर से लगभग 200,000 अमेरिकी डॉलर मूल्य के सिगार मिले। आरोप है कि उन्हें शैंपेन और आभूषण जैसे महंगे उपहार मिले।
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