
बता दें कि, 3 जून 2025 को आरसीबी ने पंजाब किंग्स को 6 रनों से हराकर आईपीएल 2025 का खिताब अपने नाम किया। बेंगलुरु में फैंस का उत्साह सातवें आसमान पर था। इस जीत का जश्न मनाने के लिए 4 जून को एक भव्य विजय परेड का आयोजन होना था। शुरुआत में इसे ओपन बस परेड के रूप में प्लान किया गया था लेकिन बाद में योजना में बदलाव हुआ। परेड से पहले ही भारी भीड़ बेकाबू हो गई और देखते ही देखते भगदड़ मच गई। इस हादसे में 11 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए।
वहीं इस हादसे के बाद आरसीबी मैनेजमेंट, कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ और बीसीसीआई ने अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। मामला उस वक्त और गंभीर हो गया जब कर्नाटक हाईकोर्ट ने दखल दिया और 10 जून तक इस हादसे की पूरी रिपोर्ट मांगी।
हादसे के बाद कबन पार्क पुलिस थाने में RCB, DNA एंटरटेनमेंट नेटवर्क्स, KSCA और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एएफआईर दर्ज की गई। जांच में सामने आया कि विजय परेड की प्लानिंग में भारी लापरवाही बरती गई थी। पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले आरसीबी के मार्केटिंग और रेवेन्यू हेड निखिल सोसाले को गिरफ्तार कर लिया है।
6 जून को निखिल को बेंगलुरु एयरपोर्ट से उस समय हिरासत में लिया गया जब वह कथित तौर पर मुंबई भागने की फिराक में थे। पुलिस के मुताबिक निखिल ने विजय परेड की प्लानिंग में अहम भूमिका निभाई थी लेकिन भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा इंतजामों में कमी के कारण हालात बेकाबू हो गए। उनके सात इवेंट कंपनी के तीन कर्मचारी किरण, सुमंथ और सुनील मैथ्यू को भी हिरासत में लिया गया है।
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