
Aaj Ka Mausam Live Update: दक्षिण-पश्चिम मानसून धीरे-धीरे पूरे देश में सक्रिय हो रहा है. बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम डेवलप होने की वजह से मानसून को और मजबूती मिलने की संभावना है. पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, …और पढ़ें

गुजरात में मूसलाधार बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. (फोटो: पीटीआई/फाइल)
हाइलाइट्स
- गुजरात में मानसून का दिख रहा असर, लगातार हो रही मूसलाधार बारिश
- दिल्ली-एनसीआर में दस्तक देने को तैयार मानसून, कुछ दिनों से हो रही वर्षा
- बंगाल की खाड़ी में फिर से डेवलप हो रहा नया सिस्टम, मानसून होगा मजबूत
Aaj Ka Mausam LIVE: देशभर में मौसम का मिजाज अब बदल रहा है. दक्षिण-पश्चिम मानसून हर दिन नए क्षेत्र में एक्टिव हो रहा है. मानसून की वजह से गुजरात में लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. गुजरात में बारिश से सामान्य जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है. मौसम विभाग (IMD) ने हालात को देखते हुए बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. आमलोगों के साथ ही स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने की सलाह दी गई है. मानसून की वजह से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में अच्छी बारिश हो रही है. वहीं, अब मानसून देश की राजधानी दिल्ली की दहलीज तक आ पहुंचा है. दिल्ली-एनसीआर में लगातार प्री-मानसून की बारिश हो रही है. मानसून के एक्टिव होने के बाद बरसात की रफ्तार और तेज हो जाएगी. दूसरी तरफ, बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम डेवलप हो रहा है. मौसम विज्ञानियों का मानना है कि इस वजह से मानसून और भी मजबूत होगा और मूसलाधार बारिश की रफ्तार में तेजी आएगी. अच्छी बरसात का पूर्वानुमान खेतीबारी के लिए शुभ समाचार है. देशभर के किसान धन की खेती की तैयारी में जुटे हैं.
गुजरात में मूसलाधार बारिश का ऑरेंज अलर्ट
बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम
बंगाल की खाड़ी (BoB) में बनने वाले साइक्लोनिक सर्कुलेशन और निम्न दबाव के क्षेत्र (Low Pressure Area) ही मानसून को गति देने वाले मुख्य सिस्टम होते हैं. हाल ही में जो सिस्टम बना था, वह पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ होते हुए पूर्व और मध्य उत्तर प्रदेश में जाकर कमजोर पड़ा. स्कइमेट वेदर के अनुसार, 25 जून को पश्चिम बंगाल और उससे सटे बंगाल की खाड़ी पर एक नया साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने की संभावना है. इस क्षेत्र में एक गहरी ट्रफ रेखा बनी हुई है, जो अगले 48 घंटों तक बनी रह सकती है. इससे नया निम्न दबाव क्षेत्र बन सकता है. यह सिस्टम करीब तीन दिन तक उसी क्षेत्र में स्थिर बना रह सकता है. इसके बाद यह सिस्टम उत्तर की ओर आगे बढ़ेगा. हालांकि, पांच दिनों से आगे की भविष्यवाणी की सटीकता कम होती है, इसलिए आगे की स्थिति के बारे में सटीक अनुमान देना मुश्किल है. हालांकि, बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बनने से पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में मानसून के और मजबूत होने की संभावना है.
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु…और पढ़ें
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु… और पढ़ें
Discover more from हिंदी न्यूज़ ब्लॉग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.