सोना 4255.04 डॉलर और चांदी 57.86 डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची. फेडरल रिजर्व की संभावित रेट कट और नई लीडरशिप की उम्मीद से बाजार में तेजी बनी हुई है.
दरों में यह उछाल इसलिए भी अहम है क्योंकि निवेशकों को भरोसा है कि अमेरिका की फेडरल रिजर्व इस महीने ब्याज दरों में कटौती कर सकती है. ऊपर से फेड में नई लीडरशिप आने की उम्मीद की जा रही है जिसे बाजार डोविश मान रहा है यानी ऐसी टीम जो कम ब्याज दरों के पक्ष में रहती है. इसका सीधा असर सोने और चांदी जैसे नॉन यील्डिंग एसेट्स पर पड़ा है.
फेड की पॉलिसी पर दांव और बढ़े
पिछले कुछ हफ्तों में अमेरिकी डेटा नरम रहा है और कई टॉप पॉलिसीमेकर भी कम ब्याज दरों की तरफ झुकते दिखे हैं. फेड गवर्नर क्रिस्टोफर वॉलर और न्यूयॉर्क फेड प्रेसिडेंट जॉन विलियम्स ने हाल के भाषणों में संकेत दिए कि दबाव कम हुआ है. इसी वजह से बाजार अब दिसंबर में रेट कट के 88 प्रतिशत चांस प्राइस में डाल चुका है. कम उधार लागत हमेशा से सोने के लिए पॉजिटिव मानी जाती है क्योंकि यह बिना ब्याज वाला एसेट है.
फेड का नया मुखिया कौन?
अमेरिका में फेडरल रिजर्व का अगला चेयरपर्सन कौन होगा इस पर भी सियासी संकेत एक नई कहानी लिख रहे हैं. व्हाइट हाउस के आर्थिक सलाहकार केविन हैसेट (Kevin Hassett) ने कहा कि यदि उन्हें मौका मिलता है तो वे फेड चेयर की भूमिका निभाने को तैयार हैं. माना जा रहा है कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) क्रिसमस से पहले नया नाम फाइनल कर सकते हैं. ट्रंप खुद भी बार बार कहते रहे हैं कि दरें कम होनी चाहिए. बाजार को लग रहा है कि नई लीडरशिप आने से तेजी और बढ़ सकती है.
डॉलर कमजोर और इंडस्ट्रियल डिमांड की उम्मीदें
डॉलर इस समय दो हफ्ते के निचले स्तर पर है. डॉलर में कमजोरी होती है तो सोना बाकी देशों के निवेशकों के लिए और सस्ता हो जाता है. यही वजह है कि खरीद बढ़ती है और कीमत ऊपर चढ़ जाती है. UBS के विश्लेषक जियोवन्नी स्टाउनोवो (Giovanni Staunovo) के मुताबिक सोना इसलिए मजबूत है क्योंकि निवेशक अगले साल 4500 डॉलर प्रति औंस का स्तर भी देख सकते हैं. वहीं चांदी को इंडस्ट्रियल डिमांड से भी सपोर्ट मिलता है खासकर तब जब मैन्युफैक्चरिंग साइकिल में सुधार की उम्मीदें बढ़ रही हों. UBS का अनुमान है कि अगले साल चांदी 60 डॉलर प्रति औंस तक जा सकती है.
कुल मिलाकर, बाजार की नजर अब दो बड़े डेटा पॉइंट्स पर है. बुधवार को नवंबर का ADP रोजगार डेटा आएगा और हफ्ते के अंत में कोर PCE रिपोर्ट. अगर दोनों आंकड़े कमज़ोर रहे तो फेड की रेट कट संभावनाएं और मजबूत होंगी और सोने चांदी की रैली लंबी खिंच सकती है. फिलहाल माहौल पूरी तरह से कमोडिटी बुल्स के पक्ष में दिख रहा है.
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जय ठाकुर 2018 से खबरों की दुनिया से जुड़े हुए हैं. 2022 से News18Hindi में सीनियर सब एडिटर के तौर पर कार्यरत हैं और बिजनेस टीम का हिस्सा हैं. बिजनेस, विशेषकर शेयर बाजार से जुड़ी खबरों में रुचि है. इसके अलावा दे…और पढ़ें


