भारतीय रेलवे ने प्रतीका रावल, स्नेहा राणा और रेनुका सिंह ठाकुर को ऑफिसर ग्रेड पर नियुक्त किया, जिससे महिला क्रिकेटरों को आर्थिक सुरक्षा और प्रशासनिक जिम्मेदारी मिली है. ये तीनों खिलाड़ी अब ग्रुप-ए ऑफिसर के समकक्ष वेतन और सुविधाएं प्राप्त करेंगी.
हिमाचल प्रदेश की तेज गेंदबाज रेनुका सिंह ठाकुर ने पिछले चार साल में भारत के लिए 11 टेस्ट, 46 वनडे और 58 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं. 2022 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक, 2022 एशिया कप विजेता टीम की सदस्य और 2024 महिला टी-20 विश्व कप की उप-विजेता टीम का हिस्सा रह चुकी रेनुका ने वनडे में 62 और टी-20 में 68 विकेट लिए हैं. उनकी सटीक स्विंग और नई गेंद से विकेट लेने की क्षमता उन्हें दुनिया की बेहतरीन तेज गेंदबाजों में शुमार करती है.
गुजरात की ऑफ-स्पिनर स्नेहा राणा ने 2021 में इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्टल टेस्ट में डेब्यू करते हुए पहली पारी में 4/131 और दूसरी पारी में 78 रन बनाकर ड्रॉ बचाने में अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने अब तक 4 टेस्ट, 23 वनडे और 39 टी-20 मैच खेले हैं. टेस्ट में 11, वनडे में 24 और टी-20 में 31 विकेट के साथ-साथ उपयोगी निचले क्रम की बल्लेबाजी के लिए जानी जाती हैं. 2022 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे में 10वें नंबर पर 49 गेंदों में 53* रन बनाकर भारत को जीत दिलाने वाली उनकी पारी आज भी याद की जाती है.
दिल्ली की हरफनमौला प्रतीका रावल अभी तक अंतरराष्ट्रीय डेब्यू नहीं कर पाई हैं, लेकिन घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रही हैं. वरिष्ठ महिला वनडे और टी-20 ट्रॉफी में दिल्ली की कप्तान रह चुकी प्रतीका ने पिछले सीजन में 500 से अधिक रन बनाए और कई महत्वपूर्ण विकेट भी लिए. रेलवे ने उनकी लगन और नेतृत्व क्षमता को देखते हुए उन्हें सीधे ऑफिसर ग्रेड में जगह दी है. यह कदम भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक नया अध्याय है, जब खिलाड़ियों को खेल के साथ-साथ सम्मानजनक करियर का विकल्प भी मिल रहा है.


