व्रत वाले दिन साबूदाने की खिचड़ी खाने से शरीर लंबे समय तक एनर्जेटिक बना रहता है और ऊर्जा का संचार होता रहता है व्रत वाले दिन साबूदाने की खिचड़ी मात्र 10 मिनट में बनकर आसानी से तैयार हो जाती है जिसमें बादाम और मूंगफली के दाने डालकर इसे और अधिक स्वादिष्ट बनाया जा सकता है इसमें हम कई प्रकार की सब्जी भी डाल सकते हैं।
व्रत वाले दिन साबूदाना की खिचड़ी पेट के लिए बहुत लाभदायक होती है क्योंकि ये पुरे दिन एनर्जेटिक बनाये रखती है साबूदाने की खिचड़ी में हम कई प्रकार की सब्जियां मिल सकते है। जिससे यह खिचड़ी और अधिक पौष्टिक और ऊर्जावान हो जाती है.

व्रत वाले दिन साबूदाने की खिचड़ी बनाने के लिए सबसे पहले साबूदाने को थोड़े समय के लिए पानी में डालकर रखते हैं। और कुछ देर बाद पानी में डले साबूदाने को पानी से बाहर निकाल लें.

फिर इसके बाद आलू को धोकर पतला और छोटे-छोटे पीस में काट ले और फिर आलू को घी में अच्छी तरह से तलने दें और सुनहरा होने पर आलू को कढाई से निकाल ले.
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आलू के तलने के बाद मूंगफली के दानों को कढ़ाई में अच्छी तरीके से सुनहरा होने तक तलनें दें और फिर मूंगफली के दानो को कड़ाई से निकालने के बाद मिक्सर जार में दरदरा सा पीस लें.

फिर टमाटर और हरी मिर्च को धोकर बारीक काट लें और टमाटर और हरी मिर्च को घी में अच्छे से फ्राई करलें.

फिर साबूदाना और आलू और इसके बाद पिसे हुए बादाम और मूंगफली के दानों को कढ़ाई में डाल दिया जाता है और इसमें स्वाद अनुसार व्रत वाला नमक और काली मिर्च को डाला जाता है. इसके बाद इसको 5 मिनट के लिए ढक कर छोड़ दिया जाता है और और फिर साबूदाने की स्वादिष्ट और पौष्टिक खिचड़ी बनकर तैयार हो जाती है. व्रत वाले दिन ये खिचड़ी एनर्जेटिक बनाए रखती है और शरीर में ऊर्जा का संचार होने लगता है.


