ताजी और सही लौंग का चुनाव क्यों जरूरी है
लौंग का पौधा उगाने की पूरी सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि आपने किस तरह की लौंग चुनी है. हमेशा ताजी लौंग का ही इस्तेमाल करें. पुरानी, सूखी या बदबूदार लौंग बिल्कुल यूज न करें, क्योंकि उनमें मौजूद नेचुरल ऑयल कम हो जाता है जिससे अंकुरण की संभावना घट जाती है. ताजी, कड़क और फूलवाली लौंग लें. लगभग 10 से 15 लौंग काफी रहती हैं. इन लौंग को 2 से 3 घंटे साफ पानी में भिगोकर रख दें. भिगोने से इसकी बाहरी लेयर सॉफ्ट हो जाती है और अंकुर निकलने में आसानी होती है.
नींबू में लौंग गाड़ने का दमदार टोटका
यह तरीका आजकल बहुत पॉपुलर है क्योंकि लौंग सीधे मिट्टी में जल्दी सड जाती है, लेकिन नींबू में लगाने पर यह जल्दी खराब नहीं होती.
- एक ताजा नींबू लें और उसे दो स्लाइस में काट लें.
- अब पानी में भीगी लौंग को एक–एक करके नींबू के स्लाइस में गाड़ दें.
- लौंग का लगभग आधा हिस्सा नींबू के गूदे के अंदर होना चाहिए.
नींबू का रस लौंग को फंगस से बचाता है और उसे लगातार हल्की नमी देता है. यही नमी अंकुरण को तेज कर देती है. यह ट्रिक खास तौर पर उन लोगों के लिए परफेक्ट है जिन्हें लौंग मिट्टी में खराब हो जाने की समस्या आती रहती है.
उपजाऊ मिट्टी तैयार करें ताकि ग्रोथ फास्ट हो
लौंग को हल्की और भुरभुरी मिट्टी पसंद आती है. मिट्टी में पोषण जितना ज्यादा होगा, पौधा उतना तेजी से बढ़ेगा.
- मिट्टी तैयार करने के लिए
- वर्मीकंपोस्ट
- नीम की खली
- कोकोपीट
इन तीनों को अच्छे से मिला लें. वर्मीकंपोस्ट पौधे को पोषण देता है. नीम की खली मिट्टी को कीटों से बचाती है. कोकोपीट मिट्टी को हल्का और नमीदार रखती है ताकि बीज सूखे नहीं.
गमले में यह मिट्टी भर लें. बहुत सख्त मिट्टी बिल्कुल न लें क्योंकि उसमें अंकुर बाहर नहीं आ पाता.

लौंग की बुवाई और मिट्टी से ढंकने का सही तरीका
अब वह नींबू वाला टुकडा, जिसमें लौंग लगी हुई है, उसे मिट्टी में रखें. ध्यान रखिए कि यह स्लाइस मिट्टी की सतह के थोड़ा नीचे ही रहे.
ऊपर से मिट्टी की बहुत पतली परत डालें. जोर से दबाएं नहीं.
इसके बाद हल्का पानी छिडक दें ताकि मिट्टी केवल नमीदार रहे.
अगर पानी ज्यादा डाल देंगे तो लौंग सड जाएगी.
कहां रखें गमला और कैसी देखभाल करें
- यह सबसे जरूरी स्टेप है.
- गमले को ऐसी जगह रखें जहां हल्की धूप और भरपूर रोशनी आती हो.
- तेज धूप वाले स्थान पर पौधा जल्दी सूख सकता है.
- मिट्टी पूरी तरह सूखने न दें. जब ऊपरी परत हल्की सूखी दिखे तभी हल्का पानी दें.
- ज्यादा पानी पौधे को खराब कर सकता है.
- कुछ ही दिनों में मिट्टी के ऊपर से छोटे–छोटे अंकुर दिखने लगेंगे. यह साइन है कि नींबू वाला टोटका काम कर रहा है.

अंकुर निकलने के बाद क्या करें
- जैसे ही छोटे पत्ते निकलें, पौधे को थोड़ी धूप मिलने दें.
- महीने में एक बार हल्का ऑर्गेनिक खाद दे सकते हैं.
- पौधे को ठंडी तेज हवा या ज्यादा नमी से बचाएं.
- लौंग का पौधा धीमी गति से बढ़ता है, इसलिए धैर्य रखें. सही केयर से पौधा बहुत लंबा और हेल्दी बन सकता है.
इस नींबू वाले टोटके के फायदे
- लौंग सडती नहीं
- फंगस नहीं लगता
- नमी बराबर मिलती रहती है
- अंकुरण रेट बहुत तेजी से बढ़ जाता है
- शुरुआती ग्रोथ स्ट्रांग होती है
अगर आप घर में मसालों के पौधे उगाना पसंद करते हैं तो लौंग का पौधा आपकी गार्डनिंग लिस्ट में जरूर होना चाहिए. इस आसान नींबू वाले टोटके से आप इसे बिना किसी परेशानी के उगा सकते हैं और कुछ ही हफ्तों में ताजा, हरी कोंपले देखकर आपके चेहरे पर भी मुस्कान आ जाएगी.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)


