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गोयल ने कहा कि ऐसे समय में जब ज़्यादातर विकसित देश बढ़ती उम्रदराज़ आबादी से जूझ रहे हैं, भारत को कौशल विकास में बड़ी बढ़त हासिल है। उन्होंने कहा कि बढ़ती उम्र वाले समाजों को भी एक चुनौती का सामना करना पड़ता है, एक परिपक्व कार्यबल जो काम करने के एक ख़ास तरीक़े का आदी हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत में युवा आबादी है, जो बहुत कम उम्र में ही इंटरनेट से जुड़ गई है, और एक अरब इंटरनेट उपयोगकर्ता हैं, ऐसे में भारत में स्मार्ट बच्चों का इंटरनेट से जुड़ना, डिजिटल रूप से समझदार होना, दुनिया भर में हो रही घटनाओं पर नज़र रखना, नए विचारों के साथ प्रयोग करना और सीखने के लिए तैयार रहना, यह हमारे लिए सबसे बड़े अवसरों में से एक है।
उन्होंने रोज़मर्रा के अनुभवों से तुलना करते हुए बताया कि युवा पीढ़ी स्वाभाविक रूप से नई तकनीकों को बहुत तेज़ी से अपनाती है। उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे तकनीक को अपनाते हैं, वे हमारी तुलना में इसे बहुत तेज़ी से अपनाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि कई विकसित देशों में, बढ़ती संख्या में लोग धीरे-धीरे सामाजिक कल्याण प्रणालियों की ओर रुख कर रहे हैं क्योंकि वे बदलती तकनीकों और कार्य-पद्धतियों के अनुकूल नहीं हो पा रहे हैं।
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भारत की ताकत पर प्रकाश डालते हुए, मंत्री ने कहा कि युवा भारतीय डिजिटल रूप से जागरूक हैं, वैश्विक विकास से अवगत हैं, नए विचारों के साथ प्रयोग कर रहे हैं और सीखने के इच्छुक हैं। गोयल ने देश में एआई उपकरणों को तेज़ी से अपनाए जाने की ओर भी इशारा किया। उन्होंने कहा, “हम सभी जानते हैं कि चैटजीपीटी, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उपयोगकर्ता आधार है, आज भारत में है।”


