
यूपीएससी एग्जाम की तैयारी हर साल बड़े स्तर पर उम्मीदवार करते हैं लेकिन उनमें से कुछ ही एग्जाम में सफलता प्राप्त कर पाते हैं. आज यूपीएससी ने सिविल सर्विस परीक्षा का रिजल्ट जारी किया. जिसमें बड़ी संख्या में लड़कियों ने बाजी मारी. ऐसे में आइए जानते हैं यूपीएससी क्लियर करने के बाद कैंडिडेट्स को कितनी सैलरी मिलती है.
UPSC परीक्षा में सफल होने के बाद अभ्यर्थियों को भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) सहित अन्य केंद्रीय सेवाओं में नियुक्ति मिलती है. चयनित कैंडिडेट्स को सबसे पहले लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी (LBSNAA) मसूरी भेजा जाता है जहां वे ट्रेनिंग लेते हैं. यहां होने वाली ट्रेनिंग लगभग 3 से 4 महीने के बीच की होती है. इस दौरान कैंडिडेट्स को स्टाइपेंड के रूप में सैलरी मिलना शुरू हो जाती है.
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पहली सैलरी कब और कितनी मिलती है?
जैसे ही अभ्यर्थी LBSNAA में रिपोर्ट करते हैं, उसी समय से उन्हें बेसिक सैलरी और अलाउंस के साथ भुगतान मिलना शुरू हो जाता है. पहले महीने की सैलरी अकसर ट्रेनिंग के पहले महीने के अंत में या दूसरे महीने की शुरुआत में बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है. इन कैंडिडेट्स को ट्रेनिंग के समय करीब 55,000 से 60,000 प्रति माह तक की सैलरी मिलती है.
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ट्रेनिंग के बाद सैलरी
वहीं, जब ये कैंडिडेट्स अपनी ट्रेनिंग पूरी करके फील्ड में पोस्टिंग पर जाते हैं, तब उनकी सैलरी 56,100 रुपये (लेवल-10 पे ग्रेड) से शुरू होती है. इसके साथ HRA, TA, DA आदि मिलाकर शुरुआती इन-हैंड सैलरी 70,000 रुपये से लेकर 1 लाख रुपये तक पहुंच जाती है. इसके अलावा अन्य कई सुविधाएं भी उम्मीदवारों को मिलती हैं.
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